नई दिल्ली। कैंसर के बढ़ते मामलों को देखते हुए अब लोगों के बीच कैंसर के लेकर जागरूकता बढ़ने लगी है। हालांकि, आज भी पेट के कैंसर यानी Stomach Cancer के बारे में कम ही लोग बात करते हैं। बहुत कम लोग ही जानते हैं कि यह भारत में कैंसर के कारण होने वाली मौत का चौथा सबसे आम कारण है, बावजूद इसके पेट के कैंसर को अभी भी कम आंका गया है। पेट हमारे शरीर का यह अंग है, जो हमारे खाने को स्टोर करता है और खाना पचाने में आंत की मदद करता है।
ऐसे में पेट का कैंसर की तरह से हमारे स्वास्थ्य और जीवन को प्रभावित करता है। GLOBOCAN 2022 के एक डेटा के मुताबिक, पेट का कैंसर भारत में प्रमुख चिंताओं में से एक है, खासकर पुरुषों (Stomach cancer symptoms in men) में। मृत्यु दर ज्यादा होने की वजह से इसे दुनिया का पांचवां सबसे आम कैंसर माना जाता है। ऐसे में एंड्रोमेडा कैंसर हॉस्पिटल में सर्जिकल ऑन्कोलॉजी के निदेशक डॉ. अरुण कुमार गोयल से जानते हैं भारत में बढ़ते पेट के कैंसर का कारण और इसके लक्षणों के बारे में-डॉक्टर बताते हैं कि यह कैंसर लाइफस्टाइल, खानपान की आदतों में बदलाव और तंबाकू और शराब जैसे कार्सिनोजेन के कारण शहरी क्षेत्रों में ज्यादा देखने को मिलती है। इसके अलावा, ग्रामीण क्षेत्रों में निदान और इलाज तक आसान पहुंच की कमी होने की वजह से बीमारी और गंभीर हो जाती है।
दुनिया भर में अकेले एशिया में ही पेट के कैंसर के 70% से ज्यादा मामले हैं और भारत में बड़ी आबादी और बदलते रिस्क फैक्टर्स के कारण यह ज्यादा आम है। ऐसे में इससे बचाव के लिए खाने की आदतों में सुधार, नमक और प्रोसेस्ड फूड में कमी करना और हेलिकोबैक्टर पाइलोरी इन्फेक्शन को कंट्रोल करना जरूरी है।