27.1 C
Raipur
Sunday, December 8, 2024

देवउठनी एकादशी पर की गई ये चीजें आपके लिए बन सकती हैं अभिशाप व्रत से पूर्व जरूर जान लें ये बातें

Must read

देवउठनी एकादशी का व्रत बहुत ही शुभ माना जाता है। एकादशी प्रत्येक मास को कृष्ण और शुक्ल पक्ष में मनाई जाती है। इस बार यह व्रत 12 नवंबर को रखा जाएगा। ऐसा माना जाता है कि इस दिन भगवान विष्णु की आराधना करने से सभी दुखों का अंत होता है तो चलिए इस दिन से जुड़ी कुछ खास  बातों को जानते हैं।

  1. एकादशी वर्ष के प्रमुख व्रतों में से एक है।
  2. एकादशी व्रत भगवान विष्णु की पूजा के लिए समर्पित है।
  3. एकादशी माह में दो बार शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष में आती है।

देवउठनी एकादशी का दिन अत्यंत उत्तम होता है। इसे देव प्रबोधिनी एकादशी के नाम से भी जाना जाता है, जो हर साल कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मनाई जाती है। यह 24 एकादशी में सबसे महत्वपूर्ण मानी जाती है। यह एकादशी “चातुर्मास” के अंत का प्रतीक है, जब भगवान विष्णु अपने योग निद्रा काल से जागते हैं। विष्णु-प्रबोधिनी और देव प्रबोधिनी एकादशी, कार्तिक शुक्ल एकादशी और कार्तिकी एकादशी इसके अन्य नाम हैं। इस साल देवउठनी एकादशी

वहीं, इस दिन कुछ चीजों को लेकर मनाही होती है और कुछ ऐसी चीजें होती हैं, जिनका पालन जरूरी होता है, तो आइए उनके बारे में जानते हैं, जो इस प्रकार हैं।

  • देवउठनी एकादशी पर शराब, मांस, मछली, प्याज, लहसुन ( किसी भी प्रकार का तामसिक भोजन) और अनाज का सेवन करने से बचना चाहिए।
  • इस दिन फलहारी चीजें जैसे – फल, दूध, मेवा, मिष्ठान आदि का सेवन कर सकते हैं।
  • इस दिन चावल के सेवन से भी बचना चाहिए।
  • देवउठनी एकादशी पर तुलसी के पत्ते तोड़ने से बचें, क्योंकि इसे अशुभ माना जाता है।
  • एकादशी व्रत से एक दिन पहले ही तुलसीपत्र तोड़कर रख लेना चाहिए।
  • आशीर्वाद और सौभाग्य के लिए इस दिन ‘श्रीकृष्ण गोविन्द हरे मुरारे। हे नाथ नारायण वासुदेवाय।।’ या किसी अन्य भगवान विष्णु के मंत्र का जाप करना चाहिए।
  • इस दिन भगवान कृष्ण और नारायण को तुलसी पत्र के साथ ही भोग लगाएं।
  • इस शुभ व्रत पर श्री हरि की कृपा के लिए कमल का फूल अवश्य चढ़ाएं।
  • एकादशी व्रत से एक दिन पहले सिर धो लें और एकादशी के दिन अपने बाल धोने से बचें।
  • इस शुभ तिथि पर भक्तों के लिए दिन में सोना मना है, खासकर जब वे उपवास कर रहे हों।
  • इस दिन झूठ बोलने और अपमानजनक भाषा का प्रयोग करने से भी बचना चाहिए।
  • इस मौके पर गरीबों की मदद करनी चाहिए।
- Advertisement -spot_img

More articles

- Advertisement -spot_img

Latest article