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Saturday, December 20, 2025

Types Of Headaches: क्या आपका सिरदर्द सामान्य है या कुछ और? जानिए कैसे पहचानें सही प्रकार

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Types Of Headaches: सिरदर्द होना आम बात है. किसी को साल में कभी-कभार होता है, तो किसी को हर हफ्ते. लेकिन हर सिरदर्द एक जैसा नहीं होता. कभी हल्का दबाव महसूस होता है, तो कभी तेज माइग्रेन. सिरदर्द का प्रकार इस बात का संकेत हो सकता है कि यह सामान्य तनाव है या किसी अंदरूनी समस्या की ओर इशारा कर रहा है. इसलिए सिरदर्द को समझना जरूरी है.

टेंशन हेडेक में सिर के आगे, कनपटी या गर्दन के पीछे कसाव महसूस होता है, जैसे सिर पर पट्टी बंधी हो. दर्द हल्का से मध्यम होता है और सिर के दोनों तरफ रहता है. इसके साथ गर्दन में जकड़न और सिर की त्वचा में संवेदनशीलता हो सकती है, लेकिन उल्टी या रोशनी से परेशानी नहीं होती. यह अक्सर तनाव, गलत बैठने की आदत, स्क्रीन देखने और समय पर खाना न खाने से होता है.

माइग्रेन में सिर के एक तरफ तेज धड़कता हुआ दर्द होता है, जो 4 घंटे से लेकर 72 घंटे तक रह सकता है. इसके साथ मतली, उल्टी, रोशनी, आवाज और गंध से परेशानी होती है. कुछ लोगों को दर्द से पहले चमकती रोशनी, टेढ़ी-मेढ़ी लकीरें या हाथ सुन्न होने जैसे संकेत दिखते हैं. हार्मोनल बदलाव, चॉकलेट या चीज जैसे फूड, नींद की कमी, मौसम और तनाव माइग्रेन को बढ़ा सकते हैं.

क्लस्टर हेडेक अचानक शुरू होता है और आंख या कनपटी के पास तेज जलन जैसा दर्द देता है. यह दर्द 15 मिनट से 3 घंटे तक रह सकता है. इस दौरान आंख से पानी आना, नाक बहना या बंद होना और पलक का झुक जाना देखा जाता है. यह दिन में कई बार हो सकता है और हफ्तों तक चलता है. यह ज्यादातर 30 की उम्र के पुरुषों में पाया जाता है.

साइनस हेडेक में गाल, माथे या नाक की हड्डी के पास गहरा दर्द होता है, जो झुकने पर बढ़ जाता है. इसके साथ नाक से गाढ़ा बलगम, चेहरे में दबाव और बुखार भी हो सकता है. कई बार इसे सर्दी या एलर्जी समझ लिया जाता है. सुबह के समय दर्द ज्यादा होता है और दिन में थोड़ा कम हो जाता है.

थंडरक्लैप हेडेक अचानक और बेहद तेज होता है. कुछ ही सेकंड में दर्द अपने चरम पर पहुंच जाता है और एक घंटे या उससे ज्यादा रह सकता है. यह दिमाग में ब्लीडिंग, नस फटने या बहुत ज्यादा ब्लड प्रेशर का संकेत हो सकता है. इसके साथ गर्दन में अकड़न और भ्रम की स्थिति भी हो सकती है. यह मेडिकल इमरजेंसी मानी जाती है. हर सिरदर्द को नजरअंदाज करना ठीक नहीं है. अगर सिरदर्द बार-बार हो, बहुत तेज हो या नए लक्षणों के साथ आए, तो डॉक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए. सही समय पर पहचान और इलाज से बड़ी परेशानी से बचा जा सकता है.

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