सनातन धर्म के दिवाली का पर्व बहुत उत्साह के साथ मनाया जाता है। हर साल यह त्योहार कार्तिक माह की अमावस्या तिथि को मनाया जाता है। इस खास अवसर पर धन की देवी मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की विशेष पूजा-अर्चना करने का विधान है। मान्यता है कि इससे धन लाभ के योग बनते हैं।
- दिवाली का पर्व शुभ माना जाता है।
- इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा होती है।
- उपासना करने से धन में वृद्धि होती है।
पंचांग के अनुसार, दिवाली का पर्व 01 नवंबर को मनाया जाएगा। इस त्योहार को मानने के पीछे धार्मिक मान्यता है कि इसी दिन भगवान श्रीराम 14 वर्ष का वनवास पूरा करने के बाद अयोध्या वापस लौटे थे। इसी खुशी में अयोध्यावासियों ने दीपक जलाकर उनका भव्य स्वागत किया था। इस पर्व से जुड़े नियम वास्तु शास्त्र में बताए गए हैं। ऐसा माना जाता है कि इन नियम का पालन करने से घर में मां लक्ष्मी का आगमन होता है और जातक को जीवन में कभी भी धन की कमी का सामना नहीं करना पड़ता है। दिवाली के दौरान घर की साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए, क्योंकि मां लक्ष्मी का वास साफ जगह पर ही होता है। आइए इस लेख में हम आपको बताएंगे कि दिवाली से पहले से घर से किन चीजों का बाहर करने देना चाहिए, वरना घर में नकारात्मकता ऊर्जा और दरिद्रता का वास होता है।
यदि आपके घर या मंदिर में किसी देवी-देवता की खंडित मूर्ति विराजमान है, तो उसे पहले ही नदी या तालाब में विसर्जित कर दें। वास्तु के अनुसार, घर में खंडित मूर्ति को रखना शुभ नहीं माना जाता है। यह मूर्तियां जातक के जीवन का दुर्भाग्य की वजह बन सकती हैं।
घर में जंग लगा लोहे के सामान को नहीं रखना चाहिए। इस तरह का सामान को समय से पहले ही बाहर कर दें। माना जाता है कि घर में इस तरह के सामान को रखने से नकारात्मक असर पड़ सकता है। इसके अलावा बेकार फर्नीचर जैसे कि मेज, कुर्सी या टेबल को घर में रखने से बचना चाहिए।
अगर आपने जूते की अलमारी में फटे-पुराने जूते चप्पल रखें हुए हैं, तो दीवाली की सफाई करते समय इन्हें घर से बाहर करें। वास्तु के अनुसार, फटे-पुराने जूते चप्पल को घर में रखने से परिवार के सदस्यों को दुर्भाग्य का सामना करना पड़ सकता है।
यदि आपके घर या मंदिर में किसी देवी-देवता की खंडित मूर्ति विराजमान है, तो उसे पहले ही नदी या तालाब में विसर्जित कर दें। वास्तु के अनुसार, घर में खंडित मूर्ति को रखना शुभ नहीं माना जाता है। यह मूर्तियां जातक के जीवन का दुर्भाग्य की वजह बन सकती हैं।
घर में जंग लगा लोहे के सामान को नहीं रखना चाहिए। इस तरह का सामान को समय से पहले ही बाहर कर दें। माना जाता है कि घर में इस तरह के सामान को रखने से नकारात्मक असर पड़ सकता है। इसके अलावा बेकार फर्नीचर जैसे कि मेज, कुर्सी या टेबल को घर में रखने से बचना चाहिए।
अगर आपने जूते की अलमारी में फटे-पुराने जूते चप्पल रखें हुए हैं, तो दीवाली की सफाई करते समय इन्हें घर से बाहर करें। वास्तु के अनुसार, फटे-पुराने जूते चप्पल को घर में रखने से परिवार के सदस्यों को दुर्भाग्य का सामना करना पड़ सकता है।
अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।