भारत के कोवर्किंग स्पेस मार्केट में बड़ा कदम उठाते हुए WeWork India ने पब्लिक ऑफरिंग (IPO) से पहले ही मजबूत शुरुआत की है। कंपनी ने शुक्रवार को बताया कि उसने 67 Anchor Investors से कुल ₹1,348 करोड़ जुटाए हैं।
यह निवेश कंपनी के शेयरों के ऊपरी प्राइस बैंड पर हुआ है, जो यह दिखाता है कि निवेशकों को WeWork India के बिज़नेस मॉडल और आने वाले समय में इसकी ग्रोथ पर भरोसा है।
क्यों अहम है यह निवेश?
Anchor Investors से फंड जुटाना IPO प्रक्रिया में पहला और सबसे अहम चरण माना जाता है। इससे कंपनी की साख मजबूत होती है और मार्केट को यह संदेश जाता है कि बड़े निवेशक इसके शेयरों को लेकर गंभीर हैं।
कंपनी का प्लान
WeWork India ने संकेत दिया है कि जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल ये कामों में होगा:
देशभर में नए कोवर्किंग स्पेस खोलना
मौजूदा ऑफिसों का विस्तार करना
और टेक्नोलॉजी और इंफ्रास्ट्रक्चर अपग्रेड करना
बाजार और विशेषज्ञों की राय
मार्केट विश्लेषकों का कहना है कि WeWork India का IPO निवेशकों के लिए एक बड़ा अवसर साबित हो सकता है। भारत में स्टार्टअप और फ्लेक्सिबल ऑफिस कल्चर तेजी से बढ़ रहा है, और WeWork India इस ट्रेंड का सबसे बड़ा हिस्सा है।
एक मार्केट एक्सपर्ट ने कहा, “Anchor Investors का इतना बड़ा रिस्पॉन्स दिखाता है कि आने वाले IPO में भी डिमांड काफी ज्यादा रहने वाली है।”
निष्कर्ष
WeWork India का यह कदम कंपनी को IPO से पहले ही मजबूत स्थिति में ला खड़ा करता है। अब सभी की नजरें इस बात पर हैं कि कंपनी कब आधिकारिक तौर पर पब्लिक ऑफरिंग की तारीख और प्राइस बैंड घोषित करती है।
अगर शुरुआती संकेतों पर भरोसा किया जाए, तो WeWork India का IPO 2025 के सबसे ज्यादा चर्चा में रहने वाले इश्यूज़ में से एक होगा।