1971 में रिलीज़ हुई फिल्म ‘गुड्डी’ ने हिंदी सिनेमा में एक नई पहचान बनाई थी। इस फिल्म से लोगों को मिली एक चुलबुली, मासूम और बिंदास लड़की — गुड्डी, जिसे निभाया था जया भादुड़ी (अब जया बच्चन) ने। उनकी अदाकारी, मासूमियत और सादगी ने उन्हें हर घर की पहचान बना दिया था। लेकिन आज वही ‘गुड्डी’ पर्दे से दूर हैं और काफी हद तक गुमनाम ज़िंदगी बिता रही हैं।
‘गुड्डी’ से मिली थी सुपरस्टार पहचान
ऋषिकेश मुखर्जी के निर्देशन में बनी ‘गुड्डी’ में जया भादुड़ी ने एक स्कूल गर्ल का किरदार निभाया था, जो सिनेमा और धर्मेंद्र की दीवानी होती है। इस फिल्म ने जया को रातों-रात स्टार बना दिया। उनकी नैचुरल एक्टिंग और सादगी ने उन्हें बाकी एक्ट्रेसेस से अलग खड़ा किया।
70 के दशक की सुपरहिट एक्ट्रेस
‘गुड्डी’ के बाद जया ने अभिमान, चुपके-चुपके, मिली, शोले, कोरा कागज़ जैसी सुपरहिट फिल्मों में काम किया। वे न केवल अमिताभ बच्चन की पत्नी बनीं बल्कि सिनेमा में अपनी अलग पहचान भी बनाई।
अब हैं राजनीति और परिवार तक सीमित
आज जया बच्चन फिल्मों से लगभग दूरी बना चुकी हैं। वे समाजवादी पार्टी से राज्यसभा सांसद हैं और सक्रिय राजनीति में अपनी भूमिका निभा रही हैं। वहीं, वे अपने परिवार— अमिताभ बच्चन, अभिषेक बच्चन और ऐश्वर्या राय बच्चन— के साथ अक्सर सुर्खियों में रहती हैं।
फैंस पूछते हैं – कहां गई हमारी ‘गुड्डी’?
हालांकि जया अब कम ही पब्लिक इवेंट्स में नजर आती हैं, लेकिन सोशल मीडिया पर फैंस उन्हें देखकर पुरानी यादों में खो जाते हैं। ‘गुड्डी’ की मासूमियत आज भी लोगों के दिलों में बसी हुई है।
‘गुड्डी’ बनी मिसाल
सिनेमा की ‘गुड्डी’ ने साबित किया कि एक कलाकार सिर्फ ग्लैमर नहीं, बल्कि सादगी से भी दिल जीत सकता है। जया बच्चन भले ही पर्दे से दूर हैं, लेकिन भारतीय सिनेमा में उनका योगदान हमेशा याद रखा जाएगा।








