त्योहार के मौके पर मैदे का खूब इस्तेमाल किया जाता है। कई तरह की डिशेज बनाने के लिए मैदे का इस्तेमाल किया जाता है लेकिन क्या आप जानते हैं कि मैदा सेहत के लिए बिल्कुल फायदेमंद नहीं होता। मैदा गेहूं का रिफाइंड आटा होता है जिसमें पोषक तत्व न के बराबर मौजूद होते हैं और इसे पचाने में भी मुश्किल होती है। जानें इसके कुछ हेल्दी विकल्प।
- मैदा गेहूं का रिफाइंड आटा होता है।
- मैदे में पोषक तत्व काफी कम होते हैं।
- मैदे की जगह कुछ हेल्दी ऑप्शन का इस्तेमाल करने से सेहत बेहतर बन सकती है।
मैदा, गेंहू का रिफाइंड आटा है, जिसमें फाइबर और पोषक तत्व बहुत ही कम मात्रा में पाए जाते हैं। इसका ज्यादा मात्रा में सेवन करने से ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है, जिससे वजन बढ़ने,डायबिटीज और हार्ट डिजीज का खतरा बढ़ जाता है। इतना ही नहीं, इसका लंबे समय तक सेवन करने से कब्ज जैसी पाचन समस्याएं भी होने लगती हैं।
इसलिए यदि खुद को हेल्दी और फिट बनाए रखना है, तो मैदा से बनी चीजों को कम से कम खाना चाहिए। इसलिए यहां हम मैदे की जगह इसके कुछ हेल्दी विकल्प, जैसे- साबुत अनाज या अन्य अनाजों से तैयार पौष्टिक आटे के बारे में बताने वाले हैं। ये आटे मैदे के बेहतर विकल्प साबित हो सकते हैं, जो शरीर में पोषण और फाइबर की मात्रा को बनाए रखते हैं। आइए जानते हैं इन हेल्दी ऑप्शन्स के बारे में।
- साबुत गेहूं का आटा- साबुत गेहूं का आटा फाइबर, विटामिन और मिनरल्स से भरपूर होता है। यह मैदा की तुलना में धीरे-धीरे पचता है, जिससे। रोटियों, पराठों और बेकिंग के लिए ये एक बेहतरीन ऑप्शन है।
- जौ का आटा- जौ का आटा फाइबर और प्रोटीन से भरपूर होता है, जो कोलेस्ट्रॉल कम करने में मदद करता है। इसे रोटी, दलिया, या ब्रेड के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है।
- बाजरे का आटा- फाइबर, आयरन तथा प्रोटीन से भरपूर बाजरे का आटा ग्लूटेन-मुक्त होता है। यह पाचन शक्ति को सुधारता है और वेट मैनेजमेंट में मददगार होता है। इसका इस्तेमाल रोटी और डोसा बनाने में हो सकता है।
- नारियल का आटा- नारियल आटा ग्लूटेन-मुक्त, लो-कार्ब और फाइबर से भरपूर होता है। इसमें जरूरी मिनरल्स, एंटी ऑक्सीडेंट और मोनोअनसैचुरेटेड फैट की अच्छी मात्रा पाई जाती है।यह डायबिटीज के मरीजों के लिए बेहतर है और बेकिंग में भी इसका इस्तेमाल किया जा सकता है।
- ब्राउन राइस का आटा- ब्राउन राइस का आटा ग्लूटेन-फ्री और फाइबर, मैग्नीशियम और विटामिन-बी से भरपूर होता है। यह वजन मेंटेन करने और पाचन शक्ति को सुधारने में मदद करता है। इसे रोटियों को बनाने और स्नैक्स तैयार करने में इस्तेमाल में ला सकते हैं।
- बादाम का आटा- बादाम का आटा प्रोटीन, फाइबर और। इसलिए ये पाचन क्रिया को सुधारने और वजन को घटाने में सहायक होता है। इसका उपयोग बेकिंग और मिठाइयों में कर सकते हैं।