दिवाली के तुरंत बाद देश में रसोई गैस की कीमतों में बढ़ोतरी की गई है और इसके साथ ही तेल विपणन कंपनियों ने जेट ईंधन (एटीएफ) की कीमतों में भी बढ़ोतरी की है.
प्रमुख तेल विपणन कंपनियों (ओएमसी) ने जेट ईंधन की कीमत में 2,941.5 रुपये प्रति किलोलीटर की बढ़ोतरी की है, जो 1 नवंबर से प्रभावी है. इसका एयरलाइन कंपनियों पर बड़ा असर पड़ सकता है.
जेट ईंधन की कीमतों में इस बढ़ोतरी का सीधा असर हवाई यात्रा टिकटों पर पड़ेगा. एयरलाइन कंपनियों को अपनी परिचालन लागत को संतुलित करने के लिए फ्लाइट टिकटों की कीमतों में बढ़ोतरी करनी पड़ सकती है. इसका असर हवाई यात्रियों की जेब पर पड़ेगा
विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दिनों में यात्रियों को सामान्य दरों से ज्यादा महंगी टिकटों का सामना करना पड़ सकता है. ऐसे में यात्री अपनी यात्रा की योजना बनाते समय बढ़ी हुई लागत को ध्यान में रखेंगे, जेट ईंधन की बढ़ती कीमतें न केवल एयरलाइन कंपनियों बल्कि हवाई यात्रियों के लिए भी चुनौतीपूर्ण साबित हो सकती हैं.
चार प्रमुख महानगरों में जेट ईंधन की नई कीमतें इस प्रकार हैं- दिल्ली में जेट ईंधन की कीमत 90,538.72 रुपये प्रति किलोलीटर है. कोलकाता में जेट ईंधन की कीमत 93,392.79 रुपये प्रति किलोलीटर है.
मुंबई में जेट ईंधन की कीमत 84,642.91 रुपये प्रति किलोलीटर है. चेन्नई में जेट ईंधन की कीमत 93,957.10 रुपये प्रति किलोलीटर है. इससे पहले जेट ईंधन की कीमत में 5,883 रुपये प्रति किलोलीटर की कटौती की गई थी.
जेट ईंधन महंगा होने से फ्लाइट टिकट की कीमत में भी बढ़ोतरी हो सकती है, जिसका सीधा असर हवाई यात्रियों की जेब पर पड़ेगा. कुछ समय बाद ग्राहकों को सामान्य दरों से भी महंगी टिकट का सामना करना पड़ सकता है