बिग बॉस सीजन 18 जैसे-जैसे आगे बढ़ रहा है और भी दिलचस्प मोड़ लेता जा रहा है। एक तरफ जहां चारों कंटेस्टेंट ईशा सिंह, एलिस कौशिक, अविनाश मिश्रा और विवियन डीसेना की चौकड़ी बनी हुई है, वहीं दूसरी तरफ अब दूसरे कंटेस्टेंट के घरवालों के रिश्ते की डोर टूटने लगी है।
दो हफ्ते तक विवियन डीसेना के टाइम गॉड रहने के बाद अब पावर सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर रजत दलाल के हाथों में आ गई है। घर पर राज कर रहे रजत के हाथ में नॉमिनेशन की पावर आई। पूरे टाइम घर में दिग्विजय सिंह राठी को अपना दोस्त बताने वाले रजत दलाल ने ऐसा मास्टर स्ट्रोक फेंका, जिससे छह घरवालों के साथ-साथ वह भी लपेटे में आ गए और इस वीक घर से एलिमिनेट होने के लिए नॉमिनेट हो गए।
बीते हफ्ते सलमान खान के विवादित शो से बेघर होने के लिए विवियन डीसेना ने सात लोगों को नॉमिनेट किया था। हालांकि, लास्ट वीक बिग बॉस 18 से कोई भी कंटेस्टेंट एविक्ट नहीं हुआ। अब इस हफ्ते भी रजत दलाल के टाइम गॉड बनने के बाद 7 घरवालों पर ही खतरा मंडराया।
इस वीक जिन कंटेस्टेंट पर एलिमिनेशन का खतरा मंडरा रहा है, वह हैं विवियन डीसेना, दिग्विजय सिंह राठी, कशिश कपूर, एलिस कौशिक, अविनाश मिश्रा, करणवीर मेहरा और चाहत पांडे। इस वीक जहां तीन वाइल्ड कार्ड एंट्री बिग बॉस में अपने ग्लैमरस का तड़का लगाएंगी, वहीं दूसरी तरफ इन सात नॉमिनेशन में फंसे कंटेस्टेंट में से एक का पत्ता इस वीकेंड के वार में सलमान खान साफ कर देंगे।
बिग बॉस 18 में जब से दिग्विजय सिंह राठी वाइल्ड कार्ड एंट्री बनकर आए हैं, तब से ही रजत दलाल का गेम मजबूत हुआ है। उन्होंने चीख-चीखकर सभी घरवालों को ये बताया कि दिग्विजय उनकी प्रायोरिटी लिस्ट में सबसे ऊपर हैं। हालांकि, अब ये भी टाइम गॉड रजत का एक गेम प्लान ही लग रहा है। बिग बॉस ने सभी घरवालों को एक नॉमिनेशन टास्क दिया था, जिसमें सभी घरवालों को अपने हाथ से पांच डिश रजत दलाल को खिलानी थी।
जिसका वह रिजेक्ट करते उसके हाथ से नॉमिनेशन की पावर ही छिन जाती। ऐसा हुआ भी लेकिन सिर्फ विवियन डीसेना के साथ, जिन्हें रिजेक्शन की वजह से एक भी कंटेस्टेंट को नॉमिनेशन का मौका नहीं मिला। वहीं दिग्विजय के सबसे बड़े दुश्मन अविनाश मिश्रा को रजत ने पांच लोगों को नॉमिनेट करने का अधिकार दिया। मौका लगते ही अविनाश ने सबसे पहले दिग्विजय को नॉमिनेट किया। इनके अलावा एलिस कौशिक, शिल्पा शिरोडकर और तजिंदर पाल सिंह बग्गा के निशाने पर भी इस हफ्ते दिग्विजय सिंह राठी रहे।