वॉक करना सेहत के लिए सबसे अच्छी आदतों में से एक माना जाता है। यह न केवल शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है। हालांकि, वॉक करते समय कुछ छोटी-छोटी गलतियां हमारे स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकती हैं। इन गलतियों के बारे में जागरूक होना जरूरी है, ताकि हम अपने वॉकिंग रूटीन को और भी असरदार बना सकें। आइए जानते हैं ऐसी ही 10 गलतियों के बारे में, जिन्हें वॉक करते समय अवॉइड करना चाहिए।
गलत जूतों का चुनाव
वॉक करते समय सही जूते पहनना बेहद जरूरी है। गलत जूते पहनने से पैरों में दर्द, छाले, या यहां तक कि लंबे समय में जोड़ों की समस्या हो सकती है। हमेशा आरामदायक और सपोर्टिव जूते पहनें जो पैरों को सही आकार दें।
गलत पॉश्चर
वॉक करते समय शरीर का पॉश्चर सही होना चाहिए। झुककर या गलत तरीके से चलने से कमर दर्द और मांसपेशियों में खिंचाव हो सकता है। सीधे खड़े होकर, कंधों को आराम से रखते हुए और सिर को सीधा रखकर चलना चाहिए।
जल्दबाजी में लंबे कदम उठाना
कई लोग सोचते हैं कि जल्दी-जल्दी लंबे कदम उठाने से वॉक ज्यादा असरदार होगा, लेकिन यह गलत है। इससे पैरों और कमर पर एक्स्ट्रा दबाव पड़ता है। बजाय इसके छोटे और बैलेंस्ड कदम उठाएं।
हाथों को गलत तरीके से हिलाना
वॉक करते समय हाथों को सही तरीके से हिलाना भी जरूरी है। हाथों को ज्यादा ऊपर या नीचे हिलाने से शरीर का बैलेंस बिगड़ सकता है। हाथों को कोहनी से मोड़कर और कंधों के साथ कॉर्डिनेशन में हिलाना चाहिए।
पानी न पीना
वॉक करते समय शरीर से पसीना निकलता है, जिससे पानी की कमी हो सकती है। वॉक से पहले और बाद में भरपूर मात्रा में पानी पीना जरूरी है। पानी न पीने से डिहाइड्रेशन की समस्या हो सकती है।
वॉर्म-अप और कूल-डाउन न करना
वॉक शुरू करने से पहले वॉर्म-अप और खत्म करने के बाद कूल-डाउन करना बहुत जरूरी है। बिना वॉर्म-अप के वॉक करने से मांसपेशियों में खिंचाव हो सकता है। इसी तरह अचानक रुकने से शरीर पर असर पड़ सकता है।
ज्यादा तेज चलना
कुछ लोग सोचते हैं कि जितना तेज चलेंगे, उतना ही फायदा होगा। लेकिन ज्यादा तेज चलने से थकान और चोट लगने का खतरा बढ़ जाता है। अपनी क्षमता के अनुसार ही स्पीड बनाए रखें।
खाने के तुरंत बाद वॉक करना
खाने के तुरंत बाद वॉक करना सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। इससे पाचन क्रिया पर असर होता है और पेट में दर्द या अपच की समस्या हो सकती है। खाने के कम से कम 30 मिनट बाद ही वॉक करें।
एक ही रूटीन का पालन करना
हर दिन एक ही रूटीन और गति से वॉक करने से शरीर को चुनौती नहीं मिलती। समय-समय पर वॉकिंग रूटीन में बदलाव करना चाहिए, जैसे कि तेज चलना, ढलान पर चलना, या दूरी बढ़ाना।
अपनी क्षमता से ज्यादा करना
कुछ लोग अपनी क्षमता से ज्यादा वॉक करने की कोशिश करते हैं, जिससे शरीर पर एक्स्ट्रा दबाव पड़ता है। यह थकान, मांसपेशियों में दर्द और चोट का कारण बन सकता है। अपनी शारीरिक क्षमता के अनुसार ही वॉक करें।