अडानी ग्रुप के चेयरमैन Gautam Adani ने हाल ही में सेबी से मिली क्लीन चिट के बाद पत्नी प्रीति अडानी के साथ अहमदाबाद के एक जैन मंदिर में प्रार्थना की। इस प्रार्थना का मकसद सिर्फ जश्न मनाना नहीं था, बल्कि आभार व्यक्त करना और आस्था के साथ धन्यवाद देना था।
एएनआई के मुताबिक, मंदिर में अडानी दंपति ने एक दीया जलाया और शांति से सिर झुकाकर धन्यवाद अदा किया। सूत्रों के अनुसार, यह केवल नियामक राहत नहीं थी, बल्कि बुराई पर अच्छाई की जीत और धैर्य, विश्वास, एवं लचीलेपन की जीत का प्रतीक थी।
सेबी ने दी अडानी ग्रुप को क्लीन चिट
गुरुवार को भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) ने अडानी ग्रुप को हिंडनबर्ग रिसर्च के आरोपों से क्लीन चिट दी। सेबी ने पुष्टि की कि अडानी ग्रुप ने किसी भी प्रकटीकरण मानदंड का उल्लंघन नहीं किया और न ही कोई धोखाधड़ी की।
#WATCH | Adani Group Chairman Gautam Adani, accompanied by his wife Priti Adani, offered prayers at a Jain temple in Ahmedabad a day after SEBI gave a clean chit to the Adani Group.
A close aide told ANI that in the aftermath of the Hindenburg storm and months of speculation,… pic.twitter.com/LmujnEL1T6
— ANI (@ANI) September 20, 2025
गौतम अडानी ने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म X पर पोस्ट में लिखा कि सेबी की विस्तृत जांच से यह साफ हो गया कि हिंदनबर्ग के दावे निराधार थे। उन्होंने निवेशकों के प्रति सहानुभूति व्यक्त करते हुए कहा कि जो लोग झूठी रिपोर्ट के कारण पैसे खो बैठे, उनका दर्द महसूस होता है।
गौतम अडानी ने पोस्ट में लिखा:
“पारदर्शिता और ईमानदारी हमेशा अडानी ग्रुप की पहचान रही है। हमें उन निवेशकों का दर्द महसूस होता है जिन्होंने इस प्रेरित रिपोर्ट के कारण पैसे खो दिए। झूठी कहानियां फैलाने वालों को देश से माफी मांगनी चाहिए। भारत के संस्थानों, भारत के लोगों और राष्ट्र निर्माण के प्रति हमारी प्रतिबद्धता अटूट है। सत्यमेव जयते! जय हिन्द!”
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हिंडनबर्ग के आरोप क्या थे?
अमेरिका स्थित शॉर्ट-सेलर हिंदनबर्ग ने आरोप लगाया था कि अडानी ग्रुप ने संबंधित-पक्ष लेनदेन छिपाने के लिए फंड रूटिंग की। इन आरोपों के कारण बाजार में अस्थिरता आई और अडानी ग्रुप के बाजार मूल्य पर असर पड़ा।
लेकिन SEBI की जांच में यह स्पष्ट हुआ कि:
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लिस्टिंग समझौते या LODR नियमों का कोई उल्लंघन नहीं हुआ।
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आरोपित लेनदेन संबंधित पार्टी लेनदेन के रूप में योग्य नहीं थे।
इस क्लीन चिट के बाद अडानी ग्रुप को बड़ी राहत मिली है और महीनों से चल रही जांच अब खत्म हो गई।
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