Navratri का चौथा दिन माता कूष्मांडा को समर्पित होता है। वे सृष्टि की रचयिता, शक्ति की देवी और सौर्य ऊर्जा की देवी मानी जाती हैं। माता कूष्मांडा की पूजा से सकारात्मक ऊर्जा, स्वास्थ्य और समृद्धि आती है।
देवी कूष्मांडा को खुश करने के उपाय
-
पूजा सामग्री:
-
लाल या पीले रंग के फूल
-
दीपक और घी
-
लाल रंग का वस्त्र या चुनरी
-
हलवा, मीठा या फल
-
-
पूजा विधि:
-
घर की साफ-सफाई करें और देवी की तस्वीर या मूर्ति को पूजा स्थान पर रखें।
-
दीपक जलाएं और माता को फूल, मिठाई और फल अर्पित करें।
-
माता का चौमुखी मंत्र या “ॐ कूष्मांडा देवी नमः” 108 बार जपें।
-
प्रार्थना में माँ से स्वास्थ्य, सुख-समृद्धि और परिवार की रक्षा की कामना करें।
-
-
विशेष उपाय:
-
चौथे दिन पीला रंग पहनें और पीले फूलों से माता की पूजा करें।
-
सुबह सूर्योदय के समय सूर्य नमस्कार और हनुमान चालीसा पढ़ना भी शुभ माना जाता है।
-
लाभ
-
माता कूष्मांडा की पूजा से शारीरिक और मानसिक शक्ति बढ़ती है।
-
घर में सुख-शांति और समृद्धि आती है।
-
कठिन कार्यों में सफलता और नकारात्मक ऊर्जा से सुरक्षा मिलती है।