जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों की घुसपैठ की कोशिशों को एक बार फिर भारतीय सुरक्षाबलों ने नाकाम कर दिया।कुपवाड़ा जिले के माछिल सेक्टर में सेना ने दो आतंकवादियों को मुठभेड़ में मार गिराया है। घटना सीमा के नजदीक उस समय हुई जब आतंकी नियंत्रण रेखा (LoC) पार कर भारत में दाखिल होने की कोशिश कर रहे थे।
कैसे हुई मुठभेड़?
सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, बुधवार देर रात घुसपैठ की गतिविधि का पता लगाने के बाद इलाके को घेर लिया गया। जैसे ही आतंकियों ने फायरिंग शुरू की, भारतीय जवानों ने जवाबी कार्रवाई की। करीब तीन घंटे चली मुठभेड़ में दोनों आतंकवादी ढेर हो गए। सुरक्षा बलों ने मौके से हथियार, गोला-बारूद और पाकिस्तानी मुद्रा बरामद की है।
सुरक्षा एजेंसियों की बड़ी सफलता
सेना और BSF की संयुक्त कार्रवाई से यह ऑपरेशन बेहद सफल रहा। सेना ने कहा कि यह आतंकियों का ताजा प्रयास था जो आतंकी ठिकानों से भारत में घुसपैठ कर आतंकी गतिविधियां फैलाना चाहते थे। हाल ही में सीमा पार से घुसपैठ की कोशिशों में बढ़ोतरी देखी जा रही है, जिसे देखते हुए सभी सीमावर्ती इलाकों में निगरानी बढ़ा दी गई है।
आर्मी का बयान
भारतीय सेना की उत्तरी कमान ने बयान जारी कर कहा —
“सैनिकों की सतर्कता और त्वरित कार्रवाई से एक बड़ा आतंकी हमला टल गया। किसी भी घुसपैठ प्रयास को सफल नहीं होने दिया जाएगा।” सेना ने नागरिकों से अपील की है कि वे संदिग्ध गतिविधियों की तुरंत सूचना स्थानीय पुलिस को दें।
पाकिस्तान की ओर से बढ़ती हलचल
सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि हाल के दिनों में पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन नियंत्रण रेखा के पास सक्रिय हो गए हैं। खुफिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कई आतंकी ठिकानों में घुसपैठ की ट्रेनिंग दी जा रही है। हालांकि भारतीय सेना की मजबूत चौकसी के कारण पिछले दो महीनों में कई प्रयास विफल हुए | कुपवाड़ा ऑपरेशन एक बार फिर साबित करता है कि भारतीय सुरक्षा बल देश की सीमाओं की रक्षा में पूरी तरह सक्षम हैं। इस कार्रवाई ने न केवल संभावित आतंकी खतरे को टाल दिया बल्कि आने वाले त्योहारों से पहले क्षेत्र में शांति और सुरक्षा का भरोसा भी मजबूत किया है।