सर्दियों के शुरू होते ही लोगों को अक्सर बाहर का खाना खाने का मन करने लगता है, जिसमें नमकीन पकवान जैसे मठरी, चिप्स, समोसे, गर्म गर्म पकोड़े आदि तला-भुना और नमकीन चीजें शामिल हैं. अगर आप भी ज्यादातर दुकानों और होटलों का खाना खाते हैं तो यह आपकी सेहत के लिए काफी नुकसानदायक साबित हो सकता है, जिससे आपको कई बीमारियां होने का खतरा रहता है.
आज के समय में लोग स्ट्रीट फूड की तरह-तरह के खाने के बहुत शौकीन हो रहे हैं, जिसमें अक्सर नमकीन और तला हुआ खाना होता है जो आपकी हार्ट हेल्थ और किडनी पर गंभीर असर डाल सकता है. क्योंकि सर्दियों के समय हम शारीरिक काम थोड़ा कम कर देते हैं, जिससे हमारा मेटाबॉलिज्म धीमा पड़ जाता है. आयुर्वेद और विज्ञान दोनों ही मानते हैं कि ज्यादा नमकीन खाना खाने से हमारी सेहत पर हानिकारक प्रभाव पड़ता है.
ज्यादा नमक खाने के नुकसान
हड्डियों की कमजोरी
नमक भारतीय किचन का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा है जिसे हम रोज खाते हैं, लेकिन आपको पता है ज्यादा नमक खाने से हमारी हड्डियां कमजोर होती हैं क्योंकि ज्यादा नमक की मात्रा से शरीर में कैल्शियम की कमी होती है, जो हड्डियों की मजबूती के लिए सही नहीं है.
किडनी खराब
खाने में ज्यादा नमक की मात्रा होने से हमारी किडनी पर गंभीर असर देखने को मिलता है, जिससे किडनी के काम करने की क्षमता धीमी हो जाती है. क्योंकि इंसानी किडनी को सोडियम को फिल्टर करने में ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है. इसलिए अगर आप रोज अपने खाने में ज्यादा नमक डालते हैं, तो ये आपकी किडनी हेल्थ के लिए हानिकारक है.
त्वचा खराब होना
सर्दियों में हमारी त्वचा सूखी और बेजान रहती है. ज्यादा नमक खाने से शरीर में पानी का संतुलन बिगड़ता है और स्किन और ज्यादा ड्राई हो सकती है. इससे चेहरा बेजान लगता है और चेहरे पर झुर्रियां जल्दी दिखने लगती हैं.
ब्लड प्रेशर बढ़ने का खतरा
नमक ज्यादा लेने से आपके हार्ट पर असर पड़ता है, जिससे हाई बीपी की समस्या हो सकती है. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि सोडियम खून में पानी की मात्रा बढ़ा देता है, जिससे कोशिकाओं पर दबाव बढ़ता है.
वजन बढ़ना
ठंड में बाहर का तला-भुना खाना जैसे पकोड़े, समोसे, चाट ज्यादा खाया जाता है. इनमें नमक भी अधिक होता है और सर्दियों में शारीरिक मेहनत कम होने के कारण वजन बढ़ सकता है.
पानी रुकने की समस्या
सर्दी के मौसम में प्यास कम लगती है. ऐसे में ज्यादा नमक खाने से शरीर में पानी रुकने लगता है, जिससे चेहरे, हाथों और पैरों पर सूजन दिखाई देने लगती है.








