Delhi air pollution: राजधानी दिल्ली में आज सुबह की शुरुआत धुंध और कोहरे से हुई। राजधानी में पाबंदियों के बाद भी वायु प्रदूषण के स्तर में सुधार नहीं हो रहा है। आज सुबह भी ओवर ऑल वायु गुणवत्ता सूचकांक 355 दर्ज किया गया है। धीमी गति की हवा और धुंध से दिल्ली गैस चेंबर बनी हुई है। राजधानी के 40 में से 28 जगहों पर एक्यूआई का लेवल 400 था।
कहां कितना प्रदूषण?
दिल्ली के मुंडका में वायु गुणवत्ता सूचकांक 435, आनंद विहार में 455, द्वारका में 430, नरेला में 400, पंजाबी बाग में 421 और आईटीओ पर 410 दर्ज किया गया। एक्सपर्ट की मानें तो दिल्ली में लगातार एक्यूआई खऱाब रहने की मुख्य वजह मौसम का मिजाज है। तापमान में कमी के चलते प्रदूषण के स्तर में भारी वृद्धि हुई है।
मंगलवार को भी गंभीर रहा प्रदूषण का स्तर
वहीं मंगलवार को भी एक्यूआई का स्तर गंभीर रहा। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार, मंगलवार को राजधानी में धुंध छाई रही और शाम चार बजे 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 412 दर्ज किया गया जो गंभीर श्रेणी में आता है। एक दिन पहले यह 373 था जो बहुत खराब श्रेणी में आता है। शहर में कार्यरत 40 निगरानी स्टेशन में से पांच में वायु गुणवत्ता का स्तर 450 से अधिक दर्ज किया गया, जिनमें नेहरू नगर (465), मुंडका (457), चांदनी चौक (453), ओखला (452) और जहांगीरपुरी शामिल हैं। वहीं, 26 स्टेशन में यह गंभीर श्रेणी में रही।
खराब AQI के मामले में दिल्ली दूसरे स्थान पर
सीपीसीबी के ‘समीर ऐप’ के अनुसार अन्य केंद्रों में वायु गुणवत्ता बेहद खराब दर्ज की गई। देश में सबसे खराब वायु गुणवत्ता के मामले में दिल्ली दूसरे स्थान पर रही, जहां एक्यूआई 412 दर्ज किया गया जबकि पड़ोसी शहर नोएडा में एक्यूआई 426 दर्ज किया गया। सीपीसीबी के आंकड़ों के अनुसार देशभर के जिन 230 शहरों में वायु गुणवत्ता की निगरानी की गई उनमें से केवल इन दो शहरों में वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज की गयी।
सीपीसीबी के मानकों के अनुसार, शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को ‘अच्छा’, 51 से 100 को ‘संतोषजनक’, 101 से 200 को ‘मध्यम’, 201 से 300 को ‘खराब’, 301 से 400 को ‘बेहद खराब’ और 401 से 500 के बीच को ‘गंभीर’ माना जाता है। वायु गुणवत्ता प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली के अनुसार दिल्ली की वायु गुणवत्ता अगले छह दिनों तक बहुत खराब श्रेणी में रहने का अनुमान है, जबकि पहले जारी किया गया पूर्वानुमान गलत साबित हुआ है और मंगलवार को प्रदूषण गंभीर श्रेणी में पहुंच गया।








