Airbus के हालिया सॉफ्टवेयर अलर्ट के बाद दुनियाभर में करीब 6,000- से अधिक उड़ानें रद्द या स्थगित हो गई थीं। इस बीच, भारत में कितने विमान इस अपडेट के दायरे में आये — इस जानकारी को लेकर अभी कुभी आधिकारिक संख्या सार्वजनिक नहीं की गई है।
Airbus ने सॉफ्टवेयर संबंधी संभावित खामी को देखते हुए कट-ऑफ देरी पूर्व सूचना दी — जिसके कारण कई एयरलाइंस ने अपने विमान ग्राउंड कर दिए।इस अलर्ट से दुनिया भर में अनुमानतः 6,000 उड़ानें प्रभावित हुई थीं — यात्रियों को डिज़र्वेशन, रद्दीकरण और देरी का सामना करना पड़ा।भारत में इस समय तक किसी भी एयरलाइन या संबंधित मंत्रालय ने यह खुलासा नहीं किया है कि देश में कितने Airbus विमान सॉफ्टवेयर अपडेट के तहत आएसुरक्षा कारणों और गोपनीयता को देखते हुए, एयरलाइंस आमतौर पर विमान-विशिष्ट डेटा (कितने विमान अपडेट हुए, किन विमानों में बदलाव किया गया) सार्वजनिक नहीं करती।इसके अलावा, भारत में कई विमानों का संचालन निजी और सार्वजनिक दोनों प्रकार की एयरलाइंस करती हैं — जिससे संपूर्ण आँकड़ा एकत्र करना जटिल हो जाता है।एक अन्य वजह यह भी है कि सॉफ़्टवेयर अपडेट मौजूद हो या न हो — इस प्रकार की तकनीकी जानकारी यात्रियों को अक्सर नहीं दी जाती।
एविएशन विशेषज्ञों का कहना है कि — भारत में Airbus के बेड़े में शामिल विमानों की संख्या और उनके रख-रखाव की प्रक्रिया, अपडेट लागू करने या न करने का फैसला उनकी एयरलाइन और संबंधित टेक्निकल टीमों पर निर्भर करता है। इसलिए यह कहना कठिन है कि कितने विमान अपडेट हुए।
हालाँकि, यात्रियों की सुरक्षा और एयरलाइंस की जिम्मेदारी की दृष्टि से — जितने भी Airbus विमान भारत में संचालित हो रहे हैं — उन्हें समय-समय पर सॉफ्टवेयर व टेक्निकल निरीक्षण से गुज़रना चाहिए, जिससे इस तरह के अलर्ट की स्थिति में तुरंत कार्यवाही हो सके।
एयरलाइंस अपने Airbus विमानों की सूची (fleet list) की समीक्षा कर रही हैं — ताकि यह तय किया जा सके कि किन विमानों पर अपडेट जरूरी है।विमान परिचालन (operational) और वॉर स्टाफ (maintenance staff) को अपडेट व पैच (patch) लगाकर संभावित खामियों को दूर करने का दौर जारी है।सरकारी एविएशन पर्यवेक्षकों (civil aviation regulators) ने एयरलाइंस से कहा है कि वे यात्रियों को बदले हुए शेड्यूल और अपडेट स्टेटस के बारे में समय-समय पर जानकारी दें।








