रोजाना खाई जाने वाली रोटी अगर मिलावटी आटे से बनी हो तो यह सेहत के लिए बहुत बड़ा खतरा बन सकती है। कई जगहों पर आटे में मिलावट की खबरें सामने आती रहती हैं। ऐसे में अब FSSAI ने आटे में भूसी की मिलावट करने के कुछ आसान तरीके बताए हैं जिनकी मदद से आप आटे की शुद्धता का पता लगा सकते हैं।
- रोटी बनाने के लिए गेहूं के आटे का इस्तेमाल किया जाता है।
- मिलावटी आटा खाने से सेहत को कई नुकसान हो सकते हैं।
- FSSAI ने मिलावटी आटे की जांच के आसान तरीके बताए हैं।
गेहूं का आटा हर रसोई में पाया जाता है। इसे सेहत के लिए भी बेहद फायदेमंद मानते हैं। यह विटामिन बी, मैग्नीशियम और आयरन जैसे कई पोषक तत्वों से भरपूर होता है जो हमारे शरीर हेल्दी रखने में मदद करते हैं। रोजाना गेहूं की रोटी खाने से पाचन दुरुस्त होता है और वजन कम करने में भी काफी मदद मिलती है।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि कई बार गेहूं के आटे में भूसी की मिलावट कर दी जाती है? बता दें, ऐसे में आटे की गुणवत्ता कम हो जाती है और पोषक तत्वों को भी भारी नुकसान पहुंचता है। बेशक भूसी में फाइबर होता है, लेकिन खराब गुणवत्ता वाली भूसी मिलाने से आटे का टेक्सचर और स्वाद दोनों खराब हो जाते हैं और इससे पाचन तंत्र से जुड़ी समस्याएं आपको अपना शिकार बना लेती हैं। इसलिए, जरूरी है कि हम जो आटा खरीदते हैं, वह शुद्ध हो। आइए आपको बताते हैं कुछ ऐसे तरीके जिनकी मदद से आटे में मिलावट की पहचान की जा सकती है।
शुद्ध गेहूं के आटे की तुलना में भूसी काफी सस्ती होती है। यही वजह है कि अक्सर कारोबारी भूसी को आटे में मिलाकर अपनी लागत कम करने की कोशिश करते हैं और साथ ही आटे का वजन भी बढ़ा लेते हैं। यह मिलावट इतनी चालाकी से की जाती है कि मिलावटी आटा असली आटे जैसा ही दिखता है, जिससे इसे पहचानना मुश्किल हो जाता है। इस तरह सप्लायर कम लागत में ज्यादा प्रॉफिट बनाकर अपना मुनाफा बढ़ा लेते हैं।
FSSAI के अनुसार, आटे की शुद्धता जांचने का एक आसान तरीका है कि सबसे पहले एक गिलास पानी लें और उसमें थोड़ा-सा आटा डालकर अच्छे से मिलाएं। अगर आटा शुद्ध है तो पानी के ऊपर कुछ भूसी के छोटे-छोटे टुकड़े तैरते हुए दिख सकते हैं। लेकिन अगर पानी के ऊपर बहुत सारी भूसी तैर रही है, तो समझ जाएं कि आपके आटे में ज्यादा मात्रा में भूसी मिलाई गई है।
आटे में ज्यादा मात्रा में भूसी मिलाने से न सिर्फ आटे की पाचन क्षमता कम हो जाती है बल्कि इसके पोषक तत्व भी कम हो जाते हैं। इससे बनी रोटी या ब्रेड का स्वाद और बनावट भी प्रभावित होती है। मिलावटी आटे से बनी रोटी अक्सर घनी और थोड़ी कड़वी होती है। इसके अलावा, अधिक मात्रा में भूसी का सेवन करने से पेट में गैस, सूजन जैसी हो सकती हैं, खासकर उन लोगों के लिए जो फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों के प्रति संवेदनशील होते हैं।