इस्लामिक उपदेशक और भारत के भगोड़े जाकिर नाइक ने एक बार फिर से भारत के खिलाफ जहर उगलते हुए भारतीय मुसलमानों (Indian Muslim) को भड़काने की कोशिश की है। वक्फ संशोधन बिल (WAQF Bill) पर भगोड़े जाकिर नाइक ने (Zakir Naik on Waqf Amendment Bill) मुसलमानों से मिलकर वक्फ की पवित्रता की हिफाजत करने की अपील की है। अपने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, “भारतीय वक्फ संपत्तियों को बचाएं, वक्फ संशोधन विधेयक को अस्वीकार करें।
भारत के मुसलमानों को संबोधित करते हुए जाकिर ने कहा कि वक्फ संशोधन विधेयक ‘वक्फ की पवित्र स्थिति का उल्लंघन’ है. नाइक ने कहा, ‘अगर हम इस विधेयक को पारित होने देते हैं तो हम अल्लाह के क्रोध और आने वाली पीढ़ियों के अभिशाप को सहन करेंगे।भारत के मुसलमानों से वक्फ संशोधन विधेयक को रोकने का आह्वान करते हुए जाकिर नाइक ने कहा कि भारत में कम से कम 50 लाख मुसलमानों को वक्फ संशोधन विधेयक की अस्वीकृति को संयुक्त संसदीय समिति के पास भेजना चाहिए। नाइक की पोस्ट में कहा गया, ‘आइए वक्फ की पवित्रता की रक्षा के लिए एक साथ खड़े हों और भावी पीढ़ियों के लिए इसका संरक्षण सुनिश्चित करें।
वहीं केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू (Kiren Rijiju) ने को इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाइक (Zakir Naik) के द्वारा किए गए सोशल मीडिया पोस्ट पर जवाब दिया है। उन्होंने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, “भारत में मुसलमानों को गुमराह न करें। देश के लोगों को अपनी राय रखने का अधिकार है। रिजिजू ने जाकिर नाइक के पोस्ट को रीशेयर करते हुए लिखा, “कृपया हमारे देश के बाहर के निर्दोष मुसलमानों को गुमराह न करें। भारत एक लोकतांत्रिक देश है और लोगों को अपनी राय रखने का हक है। झूठे प्रचार से गलत बयानबाजी होगी।
बता दें कि जाकिर नाइक ने रविवार 8 सितंबर को अपने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, “भारतीय वक्फ संपत्तियों को बचाएं, वक्फ संशोधन विधेयक को अस्वीकार करें! आइए हम सब मिलकर वक्फ की पवित्रता की हिफाजत करें और मुस्तकबिल की पीढ़ियों के लिए इसे बचाने की तरफ आगे बढ़ें। जाकिर नाइक ने इस दौरान एक हदीस का भी जिक्र किया, जिसमें कहा गया है, “अगर लोग कोई बुराई देखते हैं लेकिन उसे नहीं बदलते, तो जल्द ही अल्लाह उन सभी पर अपनी सजा भेजेगा।
जाकिर नाइक ने अपने पोस्ट में आगे लिखा कि- यह भारत के मुसलमानों के लिए एक जरूरी अर्जेंट कॉल है कि वे इस बुराई को रोकें, जो वक्फ की पाकीजगी के खिलाफ है और इस्लामी संस्थाओं के भविष्य पर बुरा असर डालती है। अगर हम इस विधेयक को पारित होने देंगे, तो हम अल्लाह के अजाब और आने वाली पीढ़ियों की बद्दुआ झेलेंगे। बुराई को रोकें या इस जिंदगी और परलोक में इसके दायित्व को भुगतें, वक्फ संशोधन विधेयक को अस्वीकार करें!” उन्होंने आगे लिखा कि भारत के करीब 50 लाख मुसलमानों को वक्फ संशोधन विधेयक को नकारना चाहिए। भारत के मुसलमानों के रूप में, अगर हम मुस्लिम वक्फ संपत्तियों को उम्माह से छीने जाने से नहीं रोक पाते हैं, तो हमें इसके लिए जवाबदेह ठहराया जाएगा।जाकिर नाइक के भड़काऊ भाषणों से प्रभावित होकर बंग्लादेश में एक युवक ने आतंकी हमले को अंजाम दिया था। इसी के बाद भारत सरकार ने जाकिर नाइक के खिलाफ जांच करनी शुरू की थी, जिसके बाद यह कई संदिग्ध मामलों में संलिप्त पाया गया था। भारत सरकार की तरफ से नकेल कसने के बाद यह सऊदी अरब और बाद मलेशिया में जाकर छुप गया। इसके खिलाफ भारत में कई आपराधिक मुकदमे दायर हैं।
शुक्रवार को कैबिनेट ने वक्फ अधिनियम में करीब 40 संशोधनों को मंजूरी दे दी। मोदी सरकार कैबिनेट में वक्फ बोर्ड की किसी भी संपत्ति को “वक्फ संपत्ति” बनाने की शक्तियों पर अंकुश लगाना चाहती है। इन संशोधनों का उद्देश्य किसी भी संपत्ति को ‘वक्फ संपत्ति’ के रूप में नामित करने के वक्फ बोर्ड के अधिकार को प्रतिबंधित करना है। वक्फ बोर्ड द्वारा संपत्तियों पर किए गए दावों का अनिवार्य रूप से सत्यापन किया जाएगा। संशोधन विधेयक पारित होने के बाद वक्फ संपत्तियों के मैनेजमेंट और ट्रांसफर में बड़ा बदलाव आएगा। सूत्रों का कहना है कि कानून में संशोधन की वजहों का भी जिक्र किया है। इसमें जस्टिस सच्चर आयोग और के रहमान खान की अध्यक्षता वाली संसद की संयुक्त कमेटी की सिफारिशों का हवाला दिया है।