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कनाडा ने फिर उगला भारत के खिलाफ जहर… पीएम जस्टिन ट्रूडो ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर लगाए कई गंभीर आरोप, इधर विदेश मंत्री ने भी दिखाया बड़बोलापन- India-Canada Tension

हरदीप सिंह निज्जर  हत्याकांड मामले में कनाडा से अपने उच्चायुक्त और अन्य राजनयिकों को वापस बुलाने के भारत सरकार के फैसले से क्षुब्ध कनाडा ने एक बार फिर भारत के खिलाफ जहर उगला है। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो  ने ब्रिटेन के PM कीर स्टारमर  से भारत सरकार से जुड़े एजेंटों की ओर से कनाडाई नागरिकों के खिलाफ लक्षित अभियान के बारे में बात की। वहीं कनाडा की विदेश मंत्री मेलानी जोली ने भी बड़ा बयान दिया है। उन्होंने आग्रह किया है कि भारत सरकार दोनों देशों के फायदे के लिए इस जांच का समर्थन करें।

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कनाडा की विदेश मंत्री मेलानी जोली ने कहा है कि भारतीय राजनयिकों को निष्कासित करने का निर्णय भारत द्वारा घोषित आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मामले में रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस (आरसीएमपी) द्वारा एकत्र किए गए सबूतों के आधार पर किया गया था। उन्होंने भारत से इस जांच का समर्थन करने का आग्रह किया है।

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वहीं कनाडा और भारत के संबंधों में बढ़ती दरार के बीच कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने एक बार फिर प्रतिक्रिया दी।जस्टिन ट्रूडो ने मंगलवार (15 अक्टूबर 2024) को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट किया. उन्होंने इस पर लिखा, “प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने यूनाइटेड किंगडम के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर से भारत सरकार से जुड़े एजेंटों की ओर से कनाडाई नागरिकों के खिलाफ लक्षित अभियान के बारे में बात की।

दोनों नेताओं ने अपने नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की आवश्यकता और कानून के शासन को बनाए रखने और उसका सम्मान करने के महत्व पर चर्चा की। प्रधानमंत्री ट्रूडो ने इस गंभीर मामले को सुलझाने के लिए भारत के साथ सहयोग में कनाडा की निरंतर रुचि का भी जिक्र किया।

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ट्रूडो ने कहा कि कनाडा का प्रधानमंत्री होने के नाते मेरे देश के नागरिकों की सुरक्षा मेरे लिए सर्वोपरि है। हम अपने नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कोई भी कदम उठाने से नहीं हिचकेंगे। लेकिन ट्रूडो ने कनाडा में पनप रहे खालिस्तानी टेरर, उनकी एंटी इंडिया गतिविधियों पर कोई बयान नहीं दिया।

पीएम ट्रूडो ने ओटावा में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि जैसा कि रॉयल कनाडियन माउंटेड पुलिस  कमिश्नर ने पहले कहा था कि उनके पास पुख्ता सबूत हैं कि भारत सरकार के एजेंट ऐसी गतिविधियों में लिप्त रहे हैं, जो जनसुरक्षा के लिए खतरा हैं। इनमें खुफिया जानकारी इकट्ठा करने की तकनीक, दक्षिण एशियाई कनाडाई नागरिकों को निशाना बनाना और हत्या सहित धमकाने और हिंसक कृत्यों के दर्जनभर से ज्यादा मामलों में संलिप्तता शामिल है।

कनाडा के प्रधानमंत्री ने कहा कि कनाडा कानून में विश्वास करने वाला देश है और हमारे लिए हमारे नागरिकों की सुरक्षा सर्वोपरि है। इस वजह से जब हमारी कानूनी एजेंसियों और खुफिया अधिकारियों ने विश्वसनीय आरोप लगाए कि भारत सरकार के एजेंट्स कनाडाई जमीं पर कनाडा के नागरिक हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में सीधे तौर पर शामिल हैं। हमने इस पर तुरंत एक्शन लिया।

जस्टिन ट्रूडो ने कहा कि जब पिछले हफ्ते मैंने पीएम मोदी से बात की। मैंने उन्हें बताया कि इस वीकेंड सिंगापुर में दोनों देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार  की मुलाकात काफी महत्वपूर्ण होने वाली है। वह इस मीटिंग से वाकिफ थे और मैंने उन्हें बताया कि इस मीटिंग को बहुत ही गंभीरता से लेने की जरूरत है।

ट्रूडो ने कहा कि अगर भारत सरकार ये सोचती है कि वे कनाडा की धरती पर कनाडाई नागरिकों के खिलाफ आपरााधिक गतिविधियों का समर्थन कर सकती है, फिर चाहे वह हत्या हो या फिर उगाही तो ऐसा सोचना गलत है। यह पूरी तरह से अस्वीकार्य है।  ने आज भारतीय राजनयिकों के उस पैटर्न को नष्ट करने का फैसला किया,

जिसमें कनाडाई नागरिकों के बारे में गलत तरीके से जानकारी जुटाई जा रही थी। इसके बाद यह जानकारी आपराधिक संगठनों के पास पहुंचाई जा रही थी। इससे कनाडाई नागरिकों पर हमले हुए। कोई भी देश, विशेष रूप से लोकतंत्र संप्रभुता के उल्लंघन को स्वीकार नहीं कर सकता।

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