छत्तीसगढ़ ने अपने गठन के 25 वर्ष पूरे कर लिए हैं, और इस ऐतिहासिक अवसर पर राजधानी रायपुर में “छत्तीसगढ़ रजत महोत्सव” का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की और राज्य के विकास, माओवाद, और सामाजिक न्याय से जुड़े मुद्दों पर विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। कार्यक्रम में राज्यपाल, मुख्यमंत्री और कई केंद्रीय मंत्री भी मौजूद रहे। हजारों लोगों की मौजूदगी में आयोजित इस समारोह में प्रधानमंत्री ने कहा कि “छत्तीसगढ़ अब शांति, समृद्धि और स्वाभिमान का प्रतीक बन चुका है।”
प्रधानमंत्री मोदी का विपक्ष पर हमला: “माओवाद को राजनीतिक ढाल बनाना बंद करें”
अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने सबसे पहले छत्तीसगढ़ के लोगों को राज्य की 25वीं वर्षगांठ की शुभकामनाएं दीं। इसके बाद उन्होंने विपक्षी दलों पर हमला बोलते हुए कहा कि कुछ पार्टियां अब भी माओवाद को राजनीतिक ढाल बनाकर अपनी रोटियां सेकना चाहती हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा,
“माओवाद देश की एक गहरी चोट है, जिसने विकास की गति को धीमा किया है। कुछ लोगों ने इसे सामाजिक न्याय की लड़ाई बताकर युवाओं को गुमराह किया, जबकि असल में यह हिंसा और अराजकता का रास्ता है।” उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने माओवाद प्रभावित इलाकों में सड़क, बिजली, शिक्षा और स्वास्थ्य की दिशा में ऐतिहासिक काम किए हैं, जिससे अब इन क्षेत्रों में शांति लौट रही है
विकास और सामाजिक न्याय पर प्रधानमंत्री का जोर
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सामाजिक न्याय का असली मतलब सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास है, न कि वोट बैंक की राजनीति। उन्होंने विपक्ष पर आरोप लगाया कि उन्होंने वर्षों तक गरीबों, आदिवासियों और दलितों के नाम पर राजनीति की लेकिन उनके जीवन में कोई ठोस सुधार नहीं किया।
मोदी ने कहा,
“हमने छत्तीसगढ़ के हर गांव में विकास पहुंचाने का काम किया है। अब जंगल के हर कोने में बिजली, सड़क और इंटरनेट पहुंच चुका है। यही असली सामाजिक न्याय है।” उन्होंने यह भी बताया कि सरकार ने राज्य के आदिवासी इलाकों में 50,000 से ज्यादा युवाओं को रोजगार और 1000 से अधिक गांवों में मोबाइल नेटवर्क कनेक्टिविटी प्रदान की है।
राज्य की उपलब्धियों का जिक्र: शिक्षा, स्वास्थ्य और उद्योग में तेजी
अपने भाषण में प्रधानमंत्री ने छत्तीसगढ़ की उपलब्धियों की सराहना की। उन्होंने कहा कि पिछले ढाई दशक में राज्य ने कृषि, खनिज, शिक्षा, स्वास्थ्य और उद्योग के क्षेत्र में नई पहचान बनाई है। प्रधानमंत्री ने बताया कि मुख्य खनिज उद्योगों और स्टील प्रोजेक्ट्स में निवेश बढ़ा है, जिससे लाखों लोगों को रोजगार मिला है। उन्होंने यह भी कहा कि छत्तीसगढ़ की नई पीढ़ी अब शिक्षा और नवाचार के क्षेत्र में देशभर में अपनी पहचान बना रही है। “आज छत्तीसगढ़ के युवा ड्रोन तकनीक, स्टार्टअप्स और डिजिटल नवाचार में देश का नेतृत्व कर रहे हैं,” प्रधानमंत्री ने कहा।
भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों से सजा रजत महोत्सव
कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ की समृद्ध लोक संस्कृति, नृत्य और संगीत की झलक भी देखने को मिली। राजभवन परिसर में आयोजित प्रदर्शनी में राज्य की 25 वर्षों की विकास यात्रा को दर्शाने वाले मॉडल्स और तस्वीरें लगाई गईं। स्थानीय कलाकारों ने पंथी, करमा और सुवा नृत्य की शानदार प्रस्तुति देकर प्रधानमंत्री और उपस्थित दर्शकों का मन मोह लिया। इसके अलावा, राज्य सरकार ने इस अवसर पर कई नई योजनाओं और परियोजनाओं की घोषणा भी की, जिनका उद्देश्य युवाओं और किसानों को सशक्त बनाना है।








