रायपुर. भगवान शिव के हर मंदिर में एक नंदी होता है, क्योंकि कहा जाता है कि नंदी के बिना भगवान शिव का उस स्थान पर मौजूद रहना असंभव है. इसलिए, हर जगह लोग पहले नंदी और फिर भगवान शिव के सामने हाथ जोड़ते हैं. नंदी को भगवान शिव का प्रिय भक्त माना जाता है. शिव पुराण के अनुसार नंदी को भगवान शिव का नंदीश्वर अवतार कहा जाता है. भगवान शिव शंकर भोले हैं और अपने भक्तों पर जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं. वहीं भगवान शिव को शीघ्र प्रसन्न करने का एक और उपाय भी है. भगवान शिव को प्रसन्न करने का सबसे आसान तरीका है उनके प्रिय भक्त नंदी के इस मंत्र का जाप करना. पुराणों में बताया गया है कि जो व्यक्ति मन से भगवान शिव को याद करता है और नंदीजी के इस एक मंत्र का जाप करता है, उसके सभी दुख दूर हो जाते हैं.
ओम तत्पुरुषाय विद्महे, नंदिकेश्वराय धीमहि, तन्नो वृषभारू प्रचोदयात्.
- नंदीजी के गायत्री मंत्र का जाप करने से अपार शक्ति मिलती है.
- नंदी गायत्री मंत्र का जाप करने से व्यक्ति की बुद्धि तेज होती है.
- नंदी गायत्री मंत्र का जाप करने से व्यक्ति के अंदर ज्ञान का संचार अपने आप होने लगता है.
- इस मंत्र का जाप करने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं, सभी कष्ट दूर होते हैं और मनवांछित फल की प्राप्ति होती है.
- इस मंत्र का नियमित जाप करने से मन से नकारात्मक ऊर्जा दूर हो जाती है.
- इस मंत्र के जाप से ग्रहों के बुरे प्रभाव दूर होते हैं और व्यापार और नौकरी में तरक्की मिलती है.
- इस मंत्र के जाप से अपार शक्ति मिलती है और शत्रु बाधा दूर होती है.