रायपुर। छत्तीसगढ़ के लिए पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक उपलब्धि दर्ज हुई है। कोपरा जलाशय को आधिकारिक तौर पर छत्तीसगढ़ का पहला रामसर साइट घोषित किया गया है। इस अंतरराष्ट्रीय मान्यता से राज्य के जल संरक्षण और जैव विविधता संरक्षण के प्रयासों को वैश्विक पहचान मिली है।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस उपलब्धि पर प्रसन्नता जताते हुए कहा कि यह सम्मान राज्य सरकार, स्थानीय समुदायों और पर्यावरण संरक्षण से जुड़े सभी प्रयासों की संयुक्त सफलता है। उन्होंने कहा कि कोपरा जलाशय को रामसर साइट का दर्जा मिलना जल संसाधनों के सतत संरक्षण की दिशा में एक बड़ा कदम है।
रामसर साइट घोषित होने के बाद कोपरा जलाशय में पक्षियों, जलीय जीवों और पारिस्थितिकी तंत्र के संरक्षण को और मजबूती मिलेगी। साथ ही, इससे ईको-टूरिज्म को बढ़ावा मिलने और स्थानीय लोगों के लिए आजीविका के नए अवसर सृजित होने की उम्मीद है।








