दिल्ली प्रदूषण 2025 : दिल्ली और एनसीआर में वायु प्रदूषण का स्तर इस अक्टूबर 2025 में खतरनाक श्रेणी में पहुँच गया है। हाल ही में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 450 के पार दर्ज किया गया, जो “गंभीर” कैटेगरी में आता है। यह स्थिति बच्चों, बुजुर्गों और उन लोगों के लिए विशेष रूप से खतरनाक है जो सांस की समस्याओं या हृदय रोग से पीड़ित हैं।
AQI खतरनाक स्तर पर: क्या है कारण?
विशेषज्ञों के अनुसार दिल्ली में वायु प्रदूषण बढ़ने के मुख्य कारण हैं:
खेतों में पराली जलाना और आसपास के राज्यों से धुआँ आना
डीज़ल और पेट्रोल वाहनों का भारी इस्तेमाल
निर्माण कार्य और सड़क धूल
ठंडी हवाओं के चलते धूल और स्मॉग का जमा होना
इन कारणों से AQI लगातार बढ़ रहा है और नागरिकों के स्वास्थ्य पर गंभीर असर डाल रहा है।
सरकार ने उठाए आपात कदम
दिल्ली सरकार ने प्रदूषण नियंत्रण के लिए कई आपात कदम उठाए हैं:
निर्माण कार्यों पर अस्थायी रोक और धूल नियंत्रण उपाय
स्कूल-कॉलेजों में छुट्टियाँ और बच्चों को घर पर रखने की सलाह
पुराने डीज़ल वाहनों और ट्रकों पर प्रतिबंध
पानी का छिड़काव और एंटी-स्मॉग गन का इस्तेमाल
मास्क पहनना और घर से बाहर कम निकलने की सलाह
स्वास्थ्य पर असर और सावधानियाँ
लोगों में सांस लेने में कठिनाई, आँखों में जलन, खांसी और दमा जैसी समस्याएँ बढ़ रही हैं। डॉक्टरों ने मास्क पहनने, एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करने और बाहर निकलते समय सावधानी बरतने की सलाह दी है।
निष्कर्ष
दिल्ली में वायु प्रदूषण 2025 न सिर्फ स्वास्थ्य के लिए खतरा है बल्कि यह जीवन की गुणवत्ता पर भी असर डाल रहा है। सरकार के आपात कदम तत्काल राहत देने में सहायक हैं, लेकिन दीर्घकालिक समाधान के लिए उद्योगों, वाहन मालिकों और नागरिकों की जिम्मेदारी भी बेहद जरूरी है।