हमारे बिस्तर पर हम दिन भर की थकान मिटाने जाते हैं, इसलिए यह जरूरी है कि हमारा बिस्तर साफ-सुथरा रहे। लेकिन कई बार हम यह भूल जाते हैं कि हमारे बिस्तर के अलग-अलग हिस्सों, जैसे चादर, तकिए, गद्दे आदि को कितनी बार धोना चाहिए। इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि तकिया, बेडशीट, मैट्रेस कवर, कंबल और गद्दे को कितनी बार धोने चाहिए।
- कवर- तकिए का कवर सबसे ज्यादा गंदा होता है, क्योंकि यह सीधे हमारे चेहरे के कॉन्टेक्ट में रहता है। इसलिए इसे हर हफ्ते जरूर धोना चाहिए। अगर आपको मुंहासे या त्वचा से संबंधित कोई समस्या है, तो हर 3 दिन में भी धो सकते हैं।
- तकिया- तकिए को महीने में हर तीन महीने में एक बार धोना चाहिए। अगर आप बहुत पसीना बहाते हैं या एलर्जी है, तो आप वैक्यूम क्लीनर से इसे हर दो हफ्ते पर भी साफ कर सकते हैं।
- बेडशीट- बेडशीट को हर हफ्ते धोना चाहिए। गंदी बेडशीट बीमारियों का घर बन सकती है। सोते समय शरीर का पसीना और धूल- मिट्टी बेडशीट पर जमा होते हैं, जिनके कारण स्किन प्रॉब्लम हो सकती है। इसलिए कोशिश करें कि आप हर हफ्ते अपने बिस्तर की चादर बदलें।
- मैट्रेस कवर- मैट्रेस कवर को हर दो हफ्ते में धोना चाहिए। इसे साफ न करने से एलर्जी या स्किन इन्फेक्शन हो सकता है। अगर आपका मैट्रेस कवर वाटरप्रूफ है तो इसे मशीन में धोने से पहले निर्देशों को ध्यान से पढ़ें।
- कंबल को हर दो या तीन महीने में एक बार धोना चाहिए। अगर आप सर्दियों में रोजाना कंबल का इस्तेमाल करते हैं तो इसे हर दो महीने में एक बार धो सकते हैं।
गद्दे को धोना मुश्किल होता है, इसलिए इसे नियमित रूप से हर तीन महीने पर वैक्यूम क्लीन करें। गद्दे के दाग को तुरंत साफ करें। अगर गद्दे में बहुत ज्यादा गंदगी जम गई है तो किसी प्रोफेशनल क्लीनर से संपर्क करें।
- मौसम- गर्मियों में पसीना ज्यादा आता है, इसलिए बिस्तर को ज्यादा बार धोना चाहिए।
- स्वास्थ्य- अगर आपको कोई बीमारी है या एलर्जी से पीड़ित हैं तो बिस्तर को ज्यादा बार धोना चाहिए।
- बच्चों की उम्र- छोटे बच्चों के बिस्तर को ज्यादा साफ रखना चाहिए क्योंकि वे अक्सर खाने, लार, आदि से गंदे हो जाते हैं।
- पालतू जानवर- अगर आपके घर में पेट हैं, तो बिस्तर पर उनके फर और गंदे पैरों से गंदगी जमा हो सकती है। इसलिए इन्हें ज्यादा बार धोना चाहिए।
- बिस्तर पर खाना या पीना न करें।
- जूते पहनकर बेड पर न जाएं और न ही बच्चों को जाने दें।
- बिस्तर को धूप में सुखाएं।
- बिस्तर को हवादार कमरे में रखें।
- समय-समय पर गद्दे को पलटें।