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Saturday, December 21, 2024

इन वजहों से पुरुषों में होती है Vitamin-B12 की कमी, इन लक्षणों से करें पहचान

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आज के दौर में जहां हमारे खाने और पीने की आदतें बदल रही है, वहीं इसका हमारी सेहत पर भी इसका गहरा असर पड़ रहा है। तेजी से बदलते खानपान और जीवनशैली के कारण कई पुरुषों के शरीर में कई पोषक तत्वों की कमी देखी जा रही है। ये हड़बड़ी में खाते हैं और बाहर अक्सर अनहेल्दी फूड्स खा लेते हैं, जिससे इनके शरीर में कई विटामिन और मिनरल की कमी हो जाती है। इन पोषक तत्वों में से एक है विटामिन B-12 जो कि हमारे शरीर के लिए बेहद जरूरी है।

इसकी कमी से न सिर्फ थकान और कमजोरी महसूस होती है, बल्कि यह यादाश्त और मानसिक स्वस्थ को भी प्रभावित करता है। विटामीन B-12 की कमी पुरुषों में आम तौर पर देखी जा रही है और यह कई गंभीर स्वस्थ समस्याओं का कारण बन सकता है। आइए जानते हैं पुरुषों में विटामिन B12 की कमी का कारण क्या है, इसके लक्षण को कैसे पहचानें और कैसे इसे दूर कर स्वस्थ जीवन की और बढ़ें।

  • पोषक तत्वों की कमी-विटामिन B12 शाकाहारी लोगों में देखी जा सकती है क्योंकि यह मीट, डेयरी और अंडे में पाई जाती है।
  • अब्जॉर्ब करने में समस्या- कई बार हमारा शरीर विटामिन B12 को एब्जॉर्ब नहीं कर पाता यह कुछ कारणों से नहीं हो पाता है।
  • ऑटोइम्यून्य डिसऑर्डर- परनिशियस एनीमिया यह एक ऑटोइम्यून डिसऑर्डर है जो छोटी आंत से विटामिन B12 को एब्जॉर्ब नहीं कर पाती है।
  • बहुत ज्यादा शराब पीना- ज्यादा शराब का सेवन करने से भी विटामिन B12 का एब्सॉर्पशन कम हो जाता है।
  • थकान और कमजोरी- विटामिन B 12 की कमी से शरीर में रेड ब्लड सेल की संख्या कम हो जाती जिससे ऑक्सीजन का संचार ठीक तरीके से नहीं हो पाता है। इसकी वजह से थकान और कमजोरी महसूस होती है।
  • एनीमिया- रेड ब्लड सेल की कमी से अक्सर त्वचा पीली पड़ जाती है और सांस लेने में भी दिक्कतें महसूस होती है।
  • नसों से संबंधित समस्याएं- हाथों और पैरों का सुन्न पड़ जाना या अक्सर झुनझुनी पड़ना।
  • दिल के धड़कनों काअनियमित होना- विटामिन B 12 की कमी से दिल की धड़कने अनियमित हो जाती है।
  • आहार में सुधार: आहार में सुधार के लिए हमे मीट,चिकन,पालक और डेयरी उत्पादों का सेवन करना चाहिए क्योंकि यह विटामिन B12 के अच्छे स्तोत्र है।
  • विटामिन B12 सप्लीमेंट्स: हमारे शरीर में B12 की जरूरत को पूरा करने के लिए यह एक प्रभावी तरीका है। यह ओरल टैबलेट्स और इंजेक्शन में उपलब्ध होते हैं जो अलग अलग लोगों की जरूरत के हिसाब से उन्हें दिए जाते है।
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