आईडीएफसी लिमिटेड के निदेशक मंडल ने आईडीएफसी फर्स्ट बैंक और आईडीएफसी फाइनेंशियल होल्डिंग कंपनी लिमिटेड (आईडीएफसी एफएचसीएल) के साथ कंपनी के मर्जर (विलय) को मंजूरी दे दी है. आईडीएफसी लिमिटेड ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि विलय को नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) की चेन्नई बेंच ने मंजूरी दे दी है.
विलय से जुड़ी महत्वपूर्ण घटनाएं
30 सितंबर: आईडीएफसी एफएचसीएल का आईडीएफसी लिमिटेड में विलय होगा.
1 अक्टूबर: आईडीएफसी लिमिटेड का आईडीएफसी फर्स्ट बैंक में विलय होगा.
रिकॉर्ड तिथि: आईडीएफसी फर्स्ट बैंक में शेयर आवंटन के लिए पात्र आईडीएफसी शेयरधारकों को निर्धारित करने की रिकॉर्ड तिथि 10 अक्टूबर है.
शेयर एक्सचेंज अनुपात: आईडीएफसी शेयरधारकों को उनके द्वारा रखे गए प्रत्येक 100 इक्विटी शेयरों के बदले आईडीएफसी फर्स्ट बैंक में 10 रुपये प्रति शेयर के 155 इक्विटी शेयर मिलेंगे.
मर्जर के बाद के बदलाव:
- आईडीएफसी फर्स्ट बैंक के निदेशकों और प्रबंधन में कोई बदलाव नहीं होगा.
- आईडीएफसी एफएचसीएल और आईडीएफसी लिमिटेड को बंद किए बिना ही भंग कर दिया जाएगा और केवल आईडीएफसी फर्स्ट बैंक के पास सार्वजनिक शेयर होल्डिंग होगी.
- आईडीएफसी एफएचसीएल और आईडीएफसी लिमिटेड के निदेशक, प्रमुख प्रबंधकीय स्तर के अधिकारी और ऑडिटर 1 अक्टूबर से पद छोड़ देंगे.
- आईडीएफसी एफएचसीएल और आईडीएफसी लिमिटेड के लिए एनबीएफसी के रूप में आरबीआई पंजीकरण प्रमाणपत्र को रद्द करने की कार्रवाई जल्द ही शुरू की जाएगी.
बोर्ड ने जुलाई 2023 में मंजूरी दी थी
जुलाई 2023 में, आईडीएफसी एफएचसीएल, आईडीएफसी और आईडीएफसी फर्स्ट बैंक के निदेशक मंडल ने विलय के प्रस्ताव को मंजूरी दी. आईडीएफसी बैंक को 2014 में बंधन बैंक के साथ आरबीआई द्वारा लाइसेंस दिया गया था.
2018 में, आईडीएफसी बैंक लिमिटेड और कैपिटल फर्स्ट लिमिटेड ने आईडीएफसी फर्स्ट बैंक बनने के लिए विलय के पूरा होने की घोषणा की.
IDFC के पास IDFC फर्स्ट बैंक में 39.93% हिस्सेदारी है
IDFC के पास अपनी गैर-वित्तीय होल्डिंग कंपनी के माध्यम से IDFC फर्स्ट बैंक में 39.93% हिस्सेदारी है. 31 मार्च, 2023 तक ऑडिट किए गए वित्तीय आंकड़ों के आधार पर गणना के अनुसार, विलय के बाद बैंक का प्रति शेयर बुक वैल्यू 4.9% बढ़ेगा.