ओटीटी प्लेटफॉर्म सोनी लिव पर फ्रीडम एट मिडनाइट के पहले सीजन को दर्शकों का प्यार मिला। इस सीरीज को 15 नवंबर, 2024 को रिलीज किया गया। स्ट्रीमिंग के बाद मिले रिस्पॉन्स की खुशी मेकर्स के बीच भी साफ तौर पर देखी जा सकती है। सीरीज के पहले सीजन की सफलता के कारण अब इसके दूसरे पार्ट से जुड़ा बड़ा अपडेट सामने आ चुका है।
लैरी कॉलिंस और डॉमिनिक लैपियर की किताब फ्रीडम एट मिडनाइट साल 1975 में लिखी गई थी। इसका रूपांतरण निखिल आडवाणी ने सोनी लिव पर किया। इतना ही नहीं, सीरीज के सात एपिसोड्स में भारत के विभाजन से जुड़ी घटनाओं को दिखाया गया है।
शो के निर्माता निखिल आडवाणी ने दर्शकों की एक्साइटमेंट को बढ़ाने के लिए दूसरे सीजन की घोषणा की है। वैरायटी को दिए इंटरव्यू में उन्होंने सीरीज की सफलता और अपकमिंग पार्ट को लेकर विस्तार में जानकारी दी। हम सभी ने किताबों में पढ़ा है कि भारत और पाकिस्तान के विभाजन के बाद शरणार्थियों के लिए किस तरह संकट पैदा हो गया था। इस पूरी घटना और संकट पर ही, फ्रीडम एट मिडनाइट का दूसरा सीजन आधारित होगा।
आडवाणी ने दूसरे सीजन का अपडेट देते हुए बताया, सीजन 2 में बीस से तीस मिलियन लोग अपने घरों से बेघर और उजड़ते हुए नजर आएंगे। महात्मा गांधी जी ने जो भविष्यवाणी विभाजन को लेकर की थी, आखिरकार वहीं होने जा रहा था। उन्होंने आगे कहा कि सभी को लगा था, हिंसा को रोकने के लिए विभाजन एक सही फैसला होगा। हालांकि, गांधी जी का मानना था कि यह और ज्यादा बदतर साबित होने वाला है। विभाजन से हिंसा और शरणार्थियों का संकट पैदा हो सकता है।
फ्रीडम एट मिडनाइट के पहले सीजन को आईएमडीबी ने 8.4 रेटिंग दी है। वहीं, दर्शकों ने भी इसके सात एपिसोड को काफी पसंद किया है। फिलहाल कहना लाजमी होगा कि अपकमिंग सीजन में भी सीरीज की स्टोरी और घटनाएं लोगों को ध्यान आकर्षित करने में सफल साबित हो सकती हैं।