कोरोना के बाद एक और खतरनाक वायरस चीन में फैल रहा है—एचएमपीवी वायरस (HMPV)। यह वायरस बच्चों को ज्यादा प्रभावित कर रहा है और इसकी गति इतनी तेज है कि पूरी दुनिया में दहशत फैल गई है।
चीन को दुनियाभर की सबसे घातक महामारियों का अड्डा माना जाता है, और अब इस नए वायरस के कारण सवाल उठ रहे हैं कि क्या ये चीन से बाहर फैलकर भारत समेत अन्य देशों में तबाही मचा सकता है? विशेषज्ञों का मानना है कि HMPV का असर गंभीर हो सकता है, खासकर भारतीय स्वास्थ्य प्रणाली के लिए। क्या हम तैयार हैं?
यह कोई पहली बार नहीं है जब चीन ने ऐसी महामारी का सामना किया है। चीन, जो दुनिया का दूसरा सबसे घनी आबादी वाला देश है, महामारी के प्रकोप का केंद्र बन चुका है। ऐसे में लोगों के मन में सवाल उठता है कि आखिर चीन से ही अधिकतर महामारी की शुरुआत क्यों होती है।ऐसा क्यों होता है, जबकि चीन विश्व की आर्थिक महाशक्ति बनने की अग्रसर है। उसकी टेक्नोलॉजी विश्व की सबसे उन्नत टेक्नोलॉजी मानी जाती है। फिर वहां बार-बार महामारी का प्रकोप क्यों होता है?
चीन में क्यों फैलता रहता है वायरस
चीन में महामारी के केंद्र बनने के पीछे कई भौतिक और सांस्कृतिक कारण हैं, जिनमें घनी आबादी, जंगली जानवरों का सेवन, और अत्यधिक शहरीकरण जैसे पहलू शामिल हैं। विशेषज्ञ बताते हैं कि पूरी दुनिया में मांस का कारोबार बढ़ रहा है। जंगल कम हो रहे हैं और जानवरों की फार्मिंग बढ़ रही है। इसकी वजह से जंगली जानवरों के वायरस फार्मिंग वाले जानवरों में आ जाते हैं. वहां से ये वायरस आदमी के शरीर में पहुंच जाते हैं।
1. जंगली जानवरों के साथ संपर्क: चीन में लोग अक्सर जंगली जानवरों को खाया जाता है. यह जानवर कई तरह के वायरसों के वाहक होते हैं, जो इंसानों में फैल सकते हैं। जैसे कोरोना वायरस की उत्पत्ति जो शेर और चमगादड़ जैसे जानवरों से जुड़ी थी।
2. वेट मार्केट्स: चीन के वेट मार्केट्स में अलग अलग तरह के जंगली जानवरों की बिक्री होती है, जहां संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ता है। मीट मार्केट में जानवरों के मांस और ब्लड का ह्यूमन बॉडी से संपर्क होता रहता है. ये वायरस के फैलने की सबसे बड़ी वजह है।