प्रयागराज। महाकुंभ 2025 के आयोजन को देखते हुए यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षाएं महाशिवरात्रि (26 फरवरी) के बाद मार्च में शुरू होंगी। महाकुंभ में करोड़ों श्रद्धालुओं की संभावित भीड़ और यातायात प्रभावित होने के कारण परीक्षा फरवरी में नहीं कराई जाएगी। पिछले पांच वर्षों में यह परीक्षा ज्यादातर फरवरी में आयोजित हुई थी लेकिन इस बार महाकुंभ को प्राथमिकता दी जा रही है।
- 14 जनवरी को मकर संक्रांति स्नान से 26 फरवरी महाशिवरात्रि तक रहेगा स्नान पर्व
- महाकुंभ के आयोजन पर मुख्यमंत्री के विशेष फोकस को देख बोर्ड परीक्षा में होगी देरी
संगम तट पर लगने वाले महाकुंभ का असर यूपी बोर्ड की वर्ष 2025 की हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट की परीक्षा के आयोजन पर भी पड़ेगा। महाकुंभ के आयोजन पर मुख्यमंत्री के विशेष फोकस तथा देश-विदेश में किए जा रहे प्रचार-प्रसार को देखते हुए यूपी बोर्ड इस बार महाकुंभ के बाद परीक्षा के आयोजन की तैयारी कर रहा है।
शासन और बोर्ड स्तर से प्रयास किए जा रहे हैं कि न तो बोर्ड परीक्षा से महाकुंभ के आयोजन पर कोई विपरीत प्रभाव पड़े और न ही महाकुंभ के आयोजन से बोर्ड परीक्षा में व्यवधान आए। ऐसे में मकर संक्रांति पर्व (14 जनवरी) से शुरू हो रहे महाकुंभ के अंतिम स्नान पर्व महाशिवरात्रि (26 फरवरी) के बाद यानी मार्च में बोर्ड परीक्षा के आयोजन की योजना तैयार की गई है। पिछले पांच वर्ष में वर्ष 2022 को छोड़कर अन्य वर्षों में यह परीक्षा फरवरी माह में प्रारंभ हुई।
महाकुंभ के दौरान प्रयागराज में संगम तट पर करोड़ों की संख्या में श्रद्धालु व कल्पवासी आएंगे। कल्पवास, स्नान, दान, ध्यान के लिए आने वालों में बड़ी संख्या में यूपी बोर्ड के परीक्षार्थियों के परिवार के लोग भी शामिल होंगे। इसके अलावा महाकुंभ के आयोजन के चलते अत्यधिक भीड़ में विशेष स्नान पर्वों के दौरान यातायात भी प्रभावित हो सकता है।