मोहब्बत का संदेश
यह महीना नेकी और रहमतों दरवाजा खोलता है, जिसमें और सदका देने का भी महत्व होता है। रमजान के बाद ईद-उल-फितर आता है, जो अल्लाह की नेमतों के शुक्राने का दिन होता है। यह खुशी, भाईचारे और मोहब्बत का संदेश देता है।
इस दिन मुसलमान मस्जिदों में ईद की नमाज अदा करते हैं और अल्लाह से अपनी दुआओं की कबूलियत की उम्मीद रखते हैं। गरीबों और जरूरतमंदों को फितरा देकर इस त्योहार की खुशी को साझा किया जाता है।
रमजान का महत्व
रमजान इस्लामी कैलेंडर का नौवां महीना है, जो दुनिया भर के मुसलमानों के लिए अत्यधिक महत्व रखता है। यह महीना आत्म-संयम, इबादत और आध्यात्मिक चिंतन का प्रतीक है। रमजान के दौरान लोग सुबह से शाम तक रोजा रखते हैं, जिसमें भोजन, पानी और अन्य चीजों से परहेज किया जाता है।
रोजा केवल शारीरिक भूख और प्यास को नियंत्रित करना ही नहीं सिखाता, बल्कि यह आत्मा को शुद्ध करने और अल्लाह के करीब आने का एक माध्यम भी है। रमजान सामाजिक एकता और भाईचारे को भी बढ़ावा देता है। साथ ही जरूरतमंदों की मदद करने की प्रेरणा देता है।