जॉब के साथ हम सेविंग करने की सोचते हैं। हम भले ही सेविंग करते हैं पर हमारी कोशिश हमेशा रहती है कि हम ज्यादा से ज्यादा सेविंग करें। अगर आप भी अपने 30 से 40 की उम्र में ज्यादा सेविंग करना चाहते हैं तो हम आपको ऐसे नियमों के बारे में बताएंगे जो आपको मोटा फंड जमा करने में मदद करेगा। इन नियमों से आप न केवल अपनी वर्तमान जरूरतों को पूरा कर सकते हैं, बल्कि एक सुरक्षित भविष्य की नींव भी रख सकते हैं। ये आपके वेल्थ क्रिएशन को और आसान बना सकते हैं।
आपको सेविंग करने से पहले अपनी इनकम और खर्चों का सही से हिसाब करना चाहिए। इन खर्चों से आप अपने जरूरत और गैर-जरूरी खर्चों को पहचान पाएंगे। हमेशा कोशिश करें कि आप गैर-जरूरी खर्चों से बचें क्योंकि इनकी हिस्सेदारी सेविंग में सबसे ज्यादा होती है। सेविंग के साथ आपको इमरजेंसी फंड भी तैयार करने की आवश्यकता है। इस फंड का इस्तेमाल केवल इमरजेंसी के समय ही करना चाहिए। आपको 6-12 महीनों के खर्चों को कवर करने वाला फंड बनाना चाहिए। यह फंड आपको आपात स्थिति में वित्तीय तौर पर मदद करेंगे।
निवेश आपकी सेविंग राशि को बढ़ाने में मदद करता है। आपको सेविंग के साथ निवेश भी करना चाहिए। हालांकि, निवेश से पहले आपको उसके बारे में अच्छे से रिसर्च करना होगा। अगर आप निवेश के लिए सिक्योर ऑप्शन चाहते हैं तो पीपीएफ, एफडी या सरकारी स्मॉल सेविंग स्कीम में करें। इसके अलावा आप रिस्क के साथ शेयर बाजार, म्यूचुअल फंड में निवे कर सकते हैं।
अगर आपने अभी तक कोई इंश्योरेंस नहीं लिया है तो आपको जल्द से जल्द बीमा ले लेना चाहिए। लाइफ इंश्योरेंस के साथ हेल्थ इंश्योरेंस भी लेना चाहिए। हेल्थ इंश्योरेंस आपको महंगे मेडिकल एक्सपेंस से बचाता है। वहीं लाइफ इंश्योरेंस आपको और फैमिली को फाइनेंशियल सिक्योर करता है। जॉब के साथ रिटायरमेंट की प्लानिंग भी अवश्य करें। इसके लिए आप रिटायरमेंट फंड तैयार कर सकते हैं। जॉब के साथ रिटायरमेंट फंड तैयार करने से आप अपने फ्यूचर को सिक्योर कर सकते हैं।