भारतीय टीम से बाहर चल रहे तेज गेंदबाज शार्दुल ठाकुर वापसी की जद्दोजहद कर रहे हैं। वह लंबे समय से टीम इंडिया से बाहर हैं। ठाकुर को लॉर्ड कहा जाता है और इसका कारण ये है कि वह कभी अपनी गेंदबाजी से तो कभी बल्लेबाजी से ऐसा कुछ कर देते हैं कि यकीन कर पाना मुश्किल होता है। ऐस ही कुछ शार्दुल ने विजय हजारे ट्रॉफी में किया है। मुंबई और नागालैंड के बीच खेले जा रहे मैच में ठाकुर ने ऐसी पारी खेली है कि मुंबई की टीम के उनके साथ भी हैरान रह गए। उनकी इस पारी के दम पर मुंबई ने विशाल स्कोर खड़ा किया है। मुंबई ने पहले बल्लेबाजी करते हुए सात विकेट खोकर 403 रन बनाए हैं।
ठाकुर ने इस मैच में अपनी तूफानी बल्लेबाजी का परिचय दिया है। उन्होंने नागालैंड के गेंदबाजों की जमकर क्लास ली है। उन्होंने महज 28 गेंदों पर नाबाद 73 रनों की पारी खेली है। उन्होंने इस पारी में दो चौके और आठ छक्के मारे हैं। इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 260.71 का रहा। ठाकुर यूं तो तेज गेंदबाज हैं, लेकिन वह अच्छी खासी बैटिंग भी कर लेते हैं। उनकी बैटिंग से टीम इंडिया को भी फायदा पहुंचा है। भारत के पिछले ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर ठाकुर ने ऐसी बल्लेबाजी दिखाई थी कि ऑस्ट्रेलियाई टीम देखती रह गई थी।
ब्रिस्बेन में खेले गए निर्णायक टेस्ट मैच में ठाकुर ने 67 रनों की पारी खेली थी और उनकी ये पारी टीम इंडिया को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाने वाली साबित हुई थी। ठाकुर के अलावा मुंबई के लिए आयुष महात्रे ने 181 रनों की पारी खेली। अपनी इस पारी में उन्होंने 117 गेंदों का सामना करते हुए 15 चौके और 11 छक्के मारे। ठाकुर पूरे एक साल से भारत की टेस्ट टीम से बाहर चल रहे हैं। उन्होंने भारत के लिए अपना आखिरी टेस्ट दिसंबर 2023 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ सेंचुरियन में खेला था। वनडे में उन्होंने भारत के लिए आखिरी मैच 19 अक्तूबर 2023 को बांग्लादेश के खिलाफ खेला था। टी20 में वह आखिरी बार 20 फरवरी को वेस्टइंडीज के खिलाफ टीम इंडिया की जर्सी पहनकर उतरे थे।