हेल्दी रहने के लिए जरूरी है कि व्यक्ति के शरीर में किसी भी पोषक तत्व की कमी न हो। हालांकि, भारतीयों में आमतौर पर कुछ पोषक तत्वों की कमी पाई जाती है। खान-पान में हेल्दी चीजों को शामिल न करना, खाने की मात्रा सही न होना जैसे कई कारण इसके लिए जिम्मेदार हो सकते हैं। आइए, उन 5 पोषक तत्वों पर नजर डालते हैं, जिनकी कमी भारतीयों में सबसे ज्यादा पाई जाती है और इसे दूर करने के लिए क्या करना चाहिए।
आयरन की कमी भारत में सबसे बड़ी पोषण संबंधी चुनौतियों में से एक है। खासकर महिलाओं और बच्चों में आयरन की कमी आम है। आयरन शरीर में ऑक्सीजन पहुंचाने में अहम भूमिका निभाता है। इसकी कमी से, जिसके लक्षणों में थकान, कमजोरी और सांस लेने में तकलीफ शामिल हैं।
आयरन की कमी भारत में सबसे बड़ी पोषण संबंधी चुनौतियों में से एक है। खासकर महिलाओं और बच्चों में आयरन की कमी आम है। आयरन शरीर में ऑक्सीजन पहुंचाने में अहम भूमिका निभाता है। इसकी कमी से जिसके लक्षणों में थकान, कमजोरी और सांस लेने में तकलीफ शामिल हैं।
विटामिन-डी हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए जरूरी है। सूरज की रोशनी से शरीर में विटामिन-डी बनता है, लेकिन भारतीयों में सूरज की रोशनी में कम समय बिताने, रंग गहरा होने जैसे कई कारणों से विटामिन-डी की कमी आम है। इसकी कमी से हड्डियों का कमजोर होना (ऑस्टियोपोरोसिस), मांसपेशियों में दर्द और इन्फेक्शन होने का खतरा बढ़ जाता है।
ज्यादातर शाकाहारी लोगों में पाई जाती है। यह विटामिन नर्वस सिस्टम, मांसपेशियों की मजबूती, रेड ब्लड सेल्स बनाने और एनर्जी रिलीज करने के लिए जरूरी है। इसकी कमी के कारण मुंह में छाले होना, थकान, कमजोरी, याददाश्त कमजोर होना, हाथ-पैरों में झनझनाहट जैसी कई समस्याएं हो जाती हैं।