देश में नक्सलवाद पूरी तरह खत्म नहीं हो सका है। आज भी आठ राज्यों में नक्सली गतिविधियां सक्रिय हैं और सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य Chhattisgarh है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पहले ही ऐलान कर चुके हैं कि मार्च 2026 तक देश को नक्सल मुक्त बना दिया जाएगा। इसके बावजूद मौजूदा हालात बताते हैं कि नक्सलियों की पकड़ कई राज्यों में बनी हुई है।
किन राज्यों में सक्रिय हैं नक्सली?
नक्सली फिलहाल आंध्र प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, झारखंड, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, उड़ीसा और तेलंगाना में सक्रिय हैं। इनमें छत्तीसगढ़ की स्थिति सबसे गंभीर है। यहां नक्सलियों की संख्या ज्यादा है और सबसे अधिक कार्रवाई भी यहीं हुई है।
CRPF की रिपोर्ट
सीआरपीएफ और राज्यों की पुलिस द्वारा चलाए गए ऑपरेशनों में इस साल अब तक 177 नक्सली मारे जा चुके हैं। इनमें से 138 नक्सली अकेले छत्तीसगढ़ में ढेर किए गए। इसके अलावा झारखंड में 20, महाराष्ट्र में 10 और मध्य प्रदेश में 4 नक्सली मारे गए।
सबसे ज्यादा सरेंडर छत्तीसगढ़ में
नक्सलियों पर दबाव इतना बढ़ा कि इस साल 921 नक्सलियों ने हथियार डाल दिए। इनमें सबसे ज्यादा 539 नक्सलियों ने छत्तीसगढ़ में आत्मसमर्पण किया। तेलंगाना दूसरे नंबर पर रहा जहां 304 नक्सलियों ने सरेंडर किया। महाराष्ट्र में 34, आंध्र प्रदेश में 21, झारखंड में 19, उड़ीसा में 3 और बिहार में 1 नक्सली ने आत्मसमर्पण किया।
गिरफ्तारियां और बरामदगी
इस साल 355 नक्सलियों को गिरफ्तार भी किया गया है। इनमें सबसे ज्यादा 306 गिरफ्तारी छत्तीसगढ़ में हुई। इसके अलावा झारखंड में 16, महाराष्ट्र में 12, तेलंगाना में 9, आंध्र प्रदेश में 7, बिहार में 4 और उड़ीसा में 1 नक्सली को पकड़ा गया। कार्रवाई के दौरान सुरक्षा बलों ने नक्सलियों से करीब 45 लाख रुपये भी बरामद किए।
नक्सलवाद पर कसा शिकंजा
सरकार और सुरक्षा बल लगातार नक्सलियों पर शिकंजा कस रहे हैं। छत्तीसगढ़, झारखंड और महाराष्ट्र में बड़े स्तर पर अभियान चलाए जा रहे हैं। अमित शाह की घोषणा के बाद राज्यों की पुलिस और केंद्रीय बल और आक्रामक तरीके से नक्सली इलाकों में अभियान चला रहे हैं।
मौजूदा आंकड़े साफ दिखाते हैं कि नक्सलियों की ताकत धीरे-धीरे कमजोर हो रही है, लेकिन चुनौती अभी भी बनी हुई है। आने वाले महीनों में कार्रवाई और तेज होगी ताकि 2026 तक देश को नक्सलवाद से पूरी तरह मुक्त किया जा सके।