नई दिल्ली। गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर पुलिस, अग्निशमन, होम गार्ड और नागरिक सुरक्षा और सुधार सेवाओं के कुल 942 कर्मियों को विभिन्न श्रेणियों के वीरता और सेवा पदक से सम्मानित किया गया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कहा कि पुरस्कार पाने वालों में पुलिस, अग्निशमन, होमगार्ड और नागरिक सुरक्षा के कर्मी और सुधारात्मक सेवाओं में काम करने वाले कर्मी शामिल हैं।
वीरता पुरस्कार विजेताओं में वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में तैनात 28, जम्मू-कश्मीर क्षेत्र में 28, पूर्वोत्तर में तीन और अन्य क्षेत्रों में तैनात 36 को उनकी वीरतापूर्ण कार्रवाई के लिए सम्मानित किया जा रहा है। 101 जवानों को विशिष्ट सेवा (पीएसएम) के लिए राष्ट्रपति पदक सौंपे गए हैं। इनमें से 85 पुलिस कर्मियों को, पांच अग्निशमन सेवा कर्मियों को, सात नागरिक सुरक्षा और होमगार्ड सेवा को और चार सुधारात्मक सेवा पुरस्कार दिए गए हैं।
इसके अलावा जिन कर्मियों को 746 सराहनीय सेवा पदक (एमएसएम) दिए गए, उनमें से 634 पुलिस सेवा, 37 अग्निशमन सेवा, 39 नागरिक सुरक्षा और गृह रक्षक सेवा तथा 36 सुधारात्मक सेवा को दिए जाएंगे। विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक (पीएसएम) पाने वाले जवानों को 6000 रुपये प्रति माह दिया जाता है। वीरता पदक (जीएम) पाने वाले जवानों को 6000 रुपये प्रति माह दिया जाता है। वीरता पदक (जीएम) वीरता के दुर्लभ विशिष्ट कार्य तथा वीरता के विशिष्ट कार्य के लिए दिया जाता है,
जिसमें जान और संपत्ति की रक्षा करना, अपराध को रोकना या अपराधियों को गिरफ्तार करना शामिल है। इसमें जोखिम का आकलन संबंधित अधिकारी के दायित्वों और कर्तव्यों के अनुसार किया जाता है। विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पदक (पीएसएम) सेवा में विशेष विशिष्ट रिकॉर्ड के लिए दिया जाता है तथा सराहनीय सेवा के लिए पदक (एमएसएम) संसाधन और कर्तव्य के प्रति समर्पण की विशेषता वाली मूल्यवान सेवा के लिए दिया जाता है।