नागरकुर्नूल : तेलंगाना के नागरकुर्नूल में श्रीशैलम लेफ्ट बैंक कैनाल (SLBC) टनल का एक हिस्सा 22 फरवरी को ढहा था। इस दौरान टनल में मौजूद कन्वेयर बेल्ट भी क्षतिग्रस्त हो गया था। 11 दिन बाद रेस्क्यू में जुटी टीमों ने इसे ठीक कर लिया है। अब टनल से हर घंटे 800 टन मलबा निकाला जा सकेगा।
टनल में 8 मजदूरों ने अभी तक संपर्क नहीं हो सका है। अधिकारियों ने बताया कि ग्राउंड पेनेट्रेटिंग रडार (GPR) में जहां मजूदरों के होने की जानकारी मिली थी, उन जगहों पर ड्रिलिंग चल रही है। मलबा हटाने और पानी निकाला जा रहा है। हैदराबाद स्थित नेशनल जियोफिजिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट (NGRI) ने GPR सर्वे किया था।
रेस्क्यू ऑपरेशन में राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के प्रतिनिधि भी शामिल हुए हैं। NDRF, SDRF, सेना, दक्षिण मध्य रेलवे, रैट माइनर्स और दूसरी रेस्क्यू एजेंसियां घटना के बाद से ही रेस्क्यू में जुटी हुई हैं।
SLBC प्रोजेक्ट में काम कर रहे 800 लोग, लेकिन कई काम छोड़ भागे
रिपोर्ट्स के मुताबिक हादसे के बाद टनल में काम कर रहे कुछ मजदूर डर के कारण काम छोड़कर चले गए हैं। सीनियर सरकारी अधिकारी ने बताया कि श्रीशैलम लेफ्ट बैंक कैनाल (SLBC) प्रोजेक्ट में 800 लोग काम कर रहे हैं। इनमें से 300 लोकल और बाकी झारखंड, ओडिशा और उत्तर प्रदेश से हैं।अधिकारी ने यह भी कहा कि शुरुआत में मजदूरों में डर जरूर है। हालांकि, कंपनी ने उनके लिए आवासीय कैंप बनाए हैं। कुछ लोग वापस जाना चाह सकते हैं, लेकिन हमारे पास इस बात की कोई रिपोर्ट नहीं है कि सभी मजदूर एक साथ छोड़कर जा रहे हैं।