बिहार के एक जिले में साइबर अपराधियों ने एक बार फिर लोगों को ठगने का नया तरीका अपनाया है। इस बार साइबर ठगों ने जिला अधिकारी (डीएम) की फोटो का इस्तेमाल कर सोशल मीडिया पर फर्जी अकाउंट बनाकर रकम मांगनी शुरू कर दी। मामला सामने आने के बाद प्रशासन ने तुरंत जांच के आदेश जारी किए हैं। डीएम ने साइबर सेल को इस पूरे प्रकरण की गहन जांच करने और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
फर्जी प्रोफाइल बनाकर मांगी रकम
जानकारी के मुताबिक, यह घटना शुक्रवार को सामने आई जब कुछ लोगों ने देखा कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर डीएम के नाम और तस्वीर का इस्तेमाल करते हुए एक फर्जी प्रोफाइल बनाई गई है। उस अकाउंट से लोगों को मैसेज भेजकर मदद के नाम पर पैसे मांगे जा रहे थे। ठग खुद को डीएम बताकर सरकारी कार्यों में सहयोग करने का हवाला दे रहे थे। कुछ लोगों को जब शक हुआ तो उन्होंने सीधे जिला अधिकारी के दफ्तर में इसकी जानकारी दी। जांच में पता चला कि यह अकाउंट पूरी तरह फर्जी है और इसका डीएम से कोई संबंध नहीं है।
डीएम ने दी चेतावनी, कहा – फर्जी अकाउंट से रहें सावधान
डीएम ने इस मामले पर तुरंत प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि “मैंने किसी से भी सोशल मीडिया या किसी प्लेटफॉर्म पर पैसे नहीं मांगे हैं। यदि किसी को ऐसा कोई संदेश प्राप्त हो, तो वह तुरंत पुलिस या साइबर सेल को सूचित करें।” डीएम ने स्पष्ट किया कि प्रशासनिक अधिकारी कभी भी किसी से ऑनलाइन माध्यम से पैसे नहीं मांगते, इसलिए ऐसे संदेशों से सतर्क रहना चाहिए।
साइबर एक्सपर्ट को जांच के निर्देश
जिला प्रशासन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए साइबर एक्सपर्ट की एक टीम गठित की है, जो उस फर्जी अकाउंट के आईपी एड्रेस और लोकेशन का पता लगाने में जुटी है। अधिकारियों ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह अकाउंट किसी अन्य राज्य से ऑपरेट किया जा रहा था। साइबर सेल अब इस बात की जांच कर रही है कि कितने लोगों को इस फर्जी अकाउंट से संदेश भेजे गए और क्या किसी ने पैसे ट्रांसफर किए हैं।
सोशल मीडिया पर बढ़ रहे हैं फेक प्रोफाइल
बीते कुछ महीनों में कई जिलों से ऐसी शिकायतें सामने आई हैं, जहां प्रशासनिक अधिकारियों, मंत्रियों और जनप्रतिनिधियों के नाम से फेक प्रोफाइल बनाकर ठगी की गई है। साइबर एक्सपर्ट्स के अनुसार, ठग पहले अधिकारियों की असली फोटो और पोस्ट कॉपी करते हैं, फिर उन्हीं की तरह दिखने वाला अकाउंट बनाते हैं। इसके बाद वे किसी सरकारी सहायता या सामाजिक कार्य के बहाने लोगों से पैसे की मांग करते हैं। इस तरह की घटनाएं यह दर्शाती हैं कि सोशल मीडिया पर साइबर सुरक्षा को लेकर आम जनता को और अधिक जागरूक होने की जरूरत है।
पुलिस ने किया अलर्ट जारी
स्थानीय पुलिस ने आम लोगों को सचेत करते हुए कहा है कि यदि किसी अधिकारी या सरकारी कर्मचारी के नाम से कोई संदेश आए, तो उसकी पुष्टि पहले आधिकारिक नंबर या दफ्तर से करें। पुलिस ने यह भी कहा कि साइबर अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और तकनीकी सहायता से उनके ठिकाने का पता लगाया जाएगा।
प्रशासन ने की अपील
डीएम कार्यालय ने जनता से अपील की है कि कोई भी संदिग्ध संदेश मिलने पर उसका स्क्रीनशॉट लेकर तुरंत रिपोर्ट करें। जिला प्रशासन ने यह भी कहा कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को भी इस बारे में सूचित किया गया है ताकि फर्जी अकाउंट को जल्द से जल्द ब्लॉक किया जा सके।








