14.1 C
Raipur
Wednesday, January 15, 2025

Stock Market Crash: लगातार पांच दिन गिरावट… आखिर किस खौफ में है शेयर बाजार

Must read

अमेरिका के केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व के आक्रामक रुख, विदेशी निवेशकों की निकासी से बढ़ते बिकवाली के दबाव के चलते घरेलू शेयर बाजार शुक्रवार को लगातार पांचवें सत्र में भी गिरावट के साथ बंद हुए। इन पांच सत्रों के दौरान बीएसई का मानक सूचकांक सेंसेक्स 4,091.53 अंक या 4.98 प्रतिशत और एनएसई का मानक सूचकांक निफ्टी 1,180.8 अंक या 4.76 प्रतिशत टूट चुके हैं। इस दौरान निवेशकों की संपत्ति में 18.43 लाख करोड़ रुपये की कमी आई है। अब बीएसई में सूचीबद्ध सभी कंपनियों का बाजार पूंजीकरण घटकर 440.99 लाख करोड़ रुपये या 5.18 ट्रिलियन डॉलर रह गया है।

बीएसई सेंसेक्स में शुक्रवार को 1,176.46 अंक की गिरावट रही और यह 79 हजार के स्तर से नीचे गिरकर 78,041.59 पर बंद हुआ। दिनभर के कारोबार के दौरान यह 1,343.46 अंक गिरकर 77,874.59 के निचले स्तर तक पहुंचा था। इसी तरह, एनएसई का निफ्टी 364.20 अंक गिरकर 23,587.50 पर बंद हुआ। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर का कहना है कि फेडरल रिजर्व की ओर से ब्याज दरों में कम कटौती ने वैश्विक बाजार की धारणा पर प्रतिकूल असर डाला है। फेडरल रिजर्व के रुख को मंदी का दृष्टिकोण माना जा रहा है जो विशेष रूप से घरेलू बाजार को प्रभावित कर रहा है।

भारतीय बाजार पहले से ही ज्यादा मूल्यांकन और आय में कम वृद्धि से जूझ रहे हैं। स्मॉल और मिडकैप सूचकांकों के शेयरों में बड़ी गिरावट के साथ व्यापक बिकवाली हुई है। दोनों सूचकांकों का मूल्यांकन ऐतिहासिक शिखर पर है। इस सप्ताह देश के विदेशी मुद्रा भंडार में 1.988 अरब डॉलर की गिरावट रही है। आरबीआई की ओर से शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, 13 दिसंबर को समाप्त सप्ताह में कुल विदेशी मुद्रा भंडार घटकर 652.969 अरब डॉलर रह गया है।

इसी वर्ष सितंबर में विदेशी मुद्रा भंडार 704.885 अरब डॉलर के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंचा था। आंकड़ों के अनुसार, इस सप्ताह विदेशी मुद्रा आस्तियां 3.047 अरब डॉलर घटकर 562.576 अरब डॉलर रही हैं। हालांकि, स्वर्ण भंडार 1.21 अरब डॉलर बढ़कर 68.056 अरब डॉलर हो गया है।डॉलर इंडेक्स में नरमी और आरबीआई की ओर से संभावित हस्तक्षेप के चलते भारतीय रुपये में शुक्रवार को 10 पैसे की मजबूती रही

और यह अमेरिकी डॉलर के मुकाबले सर्वकालिक निचले स्तर से उबरते हुए 85.03 पर आकर बंद हुआ। विदेशी मुद्रा कारोबारियों का कहना है कि डॉलर की मांग ज्यादा रहने के कारण निकट भविष्य में रुपये में कमजोरी बने रहने की संभावना है। गुरुवार को रुपया 19 पैसे गिरकर डॉलर के मुकाबले पहली बार 85 के पार जाकर 85.13 के सर्वकालिक निचले स्तर पर बंद हुआ था।

- Advertisement -spot_img

More articles

- Advertisement -spot_img

Latest article