बिहार की राजनीति में बयानबाजी का दौर एक बार फिर तेज हो गया है। इस बार लोजपा (रामविलास) के वरिष्ठ नेता सूरजभान सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने सवाल उठाया कि अगर आरजेडी (RJD) के शासनकाल में जंगलराज था, तो नीतीश कुमार ने बार-बार उसी पार्टी के साथ सत्ता में आने का फैसला क्यों किया? सूरजभान के इस बयान ने राज्य की राजनीति में नई हलचल मचा दी है और गठबंधन राजनीति पर एक बार फिर बहस छिड़ गई है।
क्या कहा सूरजभान सिंह ने?
सूरजभान सिंह ने एक प्रेस वार्ता के दौरान कहा, “नीतीश कुमार हर बार सत्ता के लिए अपना रास्ता बदलते हैं। कभी बीजेपी के साथ, कभी RJD के साथ — आखिर बिहार की जनता कब तक इस राजनीतिक खेल की कीमत चुकाएगी?” उन्होंने आगे कहा कि नीतीश कुमार ने खुद ही कहा था कि आरजेडी के शासनकाल में ‘जंगलराज’ था, लेकिन जब सत्ता की बात आती है तो वे उसी आरजेडी के साथ सरकार बना लेते हैं। यह राजनीतिक अवसरवाद का उदाहरण है।
राजनीतिक पृष्ठभूमि: बार-बार बदला समीकरण
बिहार में नीतीश कुमार की राजनीति हमेशा से गठबंधन की दिशा तय करती रही है। 2005 में एनडीए के साथ सत्ता में आने के बाद उन्होंने आरजेडी के खिलाफ कड़ी बयानबाजी की थी। हालांकि 2015 में उन्होंने लालू प्रसाद यादव की पार्टी के साथ मिलकर महागठबंधन बनाया और भारी जीत दर्ज की। लेकिन 2017 में उन्होंने आरजेडी से अलग होकर फिर से बीजेपी का दामन थाम लिया। 2022 में एक बार फिर उन्होंने पाला बदलते हुए बीजेपी से रिश्ता तोड़कर आरजेडी के साथ सरकार बनाई। इस बार सूरजभान सिंह ने इन्हीं बार-बार के गठबंधन बदलावों को निशाने पर लिया है।
लोजपा (रामविलास) का हमला तेज
सूरजभान सिंह ने कहा कि बिहार की जनता अब सब समझ चुकी है। “नीतीश कुमार का अब कोई स्थायी राजनीतिक आधार नहीं बचा है। वे सिर्फ सत्ता के लिए गठबंधन बदलते हैं, चाहे वह बीजेपी हो या आरजेडी।” उन्होंने यह भी कहा कि लोजपा (रामविलास) जनता के असली मुद्दों पर काम कर रही है और बिहार को स्थिर सरकार देने के लिए एनडीए के साथ मजबूती से खड़ी है।
नीतीश कुमार पर विपक्ष का दबाव बढ़ा
सूरजभान का यह बयान ऐसे समय आया है जब नीतीश कुमार की सरकार कई राजनीतिक चुनौतियों का सामना कर रही है। विपक्ष लगातार यह आरोप लगा रहा है कि मुख्यमंत्री का ध्यान विकास से ज्यादा सत्ता संतुलन बनाए रखने पर है। आरजेडी से जुड़ी कई पुरानी फाइलें और बयान सोशल मीडिया पर फिर से वायरल हो रहे हैं, जिनमें नीतीश कुमार ने खुद RJD पर ‘जंगलराज’ का आरोप लगाया था।
जेडीयू की प्रतिक्रिया
जेडीयू के प्रवक्ता ने सूरजभान सिंह के बयान को राजनीतिक स्टंट बताया। पार्टी का कहना है कि “नीतीश कुमार ने हमेशा बिहार के विकास को प्राथमिकता दी है। गठबंधन राजनीति परिस्थितियों के अनुसार बदलती है, लेकिन राज्यहित सर्वोपरि है।” प्रवक्ता ने यह भी कहा कि सूरजभान सिंह जैसे नेता सिर्फ मीडिया की सुर्खियों में बने रहने के लिए ऐसे बयान दे रहे हैं।
जनता के बीच बढ़ी राजनीतिक चर्चा
बिहार की जनता में इस बयान के बाद चर्चा तेज है कि क्या वाकई नीतीश कुमार की बार-बार की राजनीतिक अदला-बदली जनता के विश्वास को कमजोर कर रही है? कई राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि नीतीश कुमार की “यू-टर्न राजनीति” ने उनकी विश्वसनीयता को प्रभावित किया है, लेकिन वहीं यह भी सच है कि वे अब भी बिहार की राजनीति में एक प्रमुख चेहरा बने हुए हैं।








