HomeHealth & Fitnessअंधकार की वजह न बन जाए पटाखों की रोशनी

अंधकार की वजह न बन जाए पटाखों की रोशनी

दीवाली का त्योहार यानी स्वादिष्ट पकवान और हर तरफ बस रोशनी ही रोशनी। दीवाली के दिन हर तरफ से बस पटाखों का शोर सुनाई देता है। कई लोग इस मौके पर जश्न मनाने के लिए पटाखे जलाते हैं। हालांकि इसकी वजह से पर्यावरण और सेहत साथ ही आंखों को भी नुकसान हो सकता है। ऐसे में इन बातों  का ध्यान रखना जरूरी है।

- Advertisement -
  1. इस साल 31 अक्टूबर को दीवाली का त्योहार मनाया जाता है।
  2. यह त्योहार हर साल धूमधाम से मनाया जाता है।
  3. ऐसे में इन दिन पटाखे जलाते समय कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है।
दीवाली का त्योहार आने में अब कुछ ही दिन बाकी है। महीनों की तैयारियों के बाद रोशनी का यह पर्व देशभर में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाएगा। हर साल कार्तिक महीने की अमावस्या के दिन यह त्योहार मनाया जाता है। इस दौरान लोग माता लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा-अर्चना करते हैं। साथ ही भगवान के स्वागत में अपने घरों को भी सजाते हैं। इतना ही नहीं दीवाली पर कई तरह के पकवान भी बनाए जाते हैं और कई लोग पटाखे जलाकर इस पर्व का जश्न मनाते हैं।

 

 

हालांकि, पटाखे जलाते समय की गई लापरवाही किसी भी अनहोनी में बदल सकती है, जिससे आपके त्योहार के रंग में भंग पड़ सकता है। ऐसे में जरूरी है कि पटाखों को जलाते समय कुछ खास बातों का ध्यान रखा जाए। खासकर आंखों को इन दौरान काफी देखभाल की जरूरत होती है और पटाखे जलाते समय इनका बचाव करना जरूरी है। ऐसे में आज इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे  समय आंखों की सुरक्षआ के लिए किन बातों का ध्यान रखना जरूरी हैं।
पटाखे फोड़ते समय अपनी आंखों को बचाने के लिए चश्मा पहनें। इसे पहनने से आपको पटाखे फोड़ने पर उड़ने वाले मलबे से सुरक्षा मिलेगी। साथ ही यह चश्मा फॉस्फोरस के धुएं और प्रदूषण से भी आपकी करेगा।

पटाखों को बनाने में कई तरह के केमिकल का इस्तेमाल किया जाता है, जो गंभीर एलर्जी की वजह बम सकते हैं। ऐसे में पटाखे जलाने के बाद अपनी आंखों को न छुएं और न ही रगड़ें। ऐसा करने से आंखों में सूखेपन की समस्या हो सकता है। इसलिए आंखों को सुरक्षा के लिए इस बात का खास ख्याल रखें।

पटाखे जलाते समय अपने बच्चों का खास ख्याल रखें। बच्चों की आंखें ज्यादा सेंसिटिव होती हैं। ऐसे में धुएं आदि की वजह से उन्हें कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं। इसके लिए उन्हें पटाखों से एक हाथ की दूरी बनाए रखने के लिए प्रशिक्षित करें। उन्हें बताएं कि पटाखे जलाते समय अगरबत्ती का उपयोग करें।

आमतौर पर फुलझड़ियां ज्यादा हानिकारक नहीं होती और सुरक्षित ही लगती हैं, लेकिन कई बार इसकी वजह से कुछ परेशानियां हो सकती हैं। इसकी वजह से कई बार कॉर्निया पर लगी चोट लग सकती हैं, जो पलक झपकते ही गंभीर रासायनिक जलन में बदल सकती है, जिससे विजन को खतरा हो सकता है। ऐसे में फुलझड़ियों को जलाते समय भी अपना ध्यान रखें।

आतिशबाजी देखते समय या पटाखे जलाते समय अपना सिर और चेहरा दूर रखें। गर्म मलबे के साथ-साथ हानिकारक धुएं के अचानक गिरने की वजह से भी आंखों को गंभीर नुकसान हो सकता है। इसके अलावा किसी भी तरह की अनहोने से निपटने के लिए फर्स्ट एड किट तैयार रखें।

Must Read

spot_img