क्रिकेट की दुनिया के सर्वकालिक महान बल्लेबाजों की सूची अगर तैयार की जाएगी तो इसमें सबसे पहला नाम ऑस्ट्रेलिया के डॉन ब्रेडमैन का होगा। बिना इस नाम के इस लिस्ट की कल्पना ही नहीं की जा सकती। ब्रैडमैन ने अपनी बल्लेबाजी से ऐसे आयाम तय किए जिन्हें आज तक हासिल कर पाना बहुत बड़ी बात मानी जाती है। इस बल्लेबाज ने अपनी तकनीक और रनों से दुनिया में परचम लहराया, लेकिन ब्रैडमैन को वो शुरुआत नहीं मिली थी जिससे ये लगता कि ये महान बल्लेबाज हैं। आज ही के दिन ब्रैडमैन ने डेब्यू किया था।
दाएं हाथ के इस महान बल्लेबाज का डेब्यू ब्रिस्बेन में इंग्लैंड के खिलाफ हुआ था। इंग्लैंड ने ये मैच 675 रनों के विशाल अंतर से जीता था। ब्रैडमैन ने इस मैच की पहली पारी में 18 रन ही बनाए थे। वहीं दूसरी पारी में वह सिर्फ एक रन बनाकर आउट हो गए थे।यानी ब्रैडमैन ने अपने डेब्यू मैच में सिर्फ 19 रन बनाए थे। ये देख किसी को भी नहीं लगा था कि ब्रैडमैन आगे जो करने वाले हैं वो उन्हें महानता की तरफ ले जाएगा। हाल ये हुआ का जब ब्रैडमैन ने अपना आखिरी टेस्ट मैच खेला तो जिस औसत के रहते रिटायर किया वो हासिल कर पाना आज तक बल्लेबाजों के लिए चुनौती है। ब्रैडमैन ने 52 टेस्ट मैचों में 99.94 की औसत से 6996 रन बनाए थे जिसमें 29 शतक और 13 अर्धशतक शामिल रहे। ब्रैडमैन अपने आखिरी मैच में 0 पर आउट हो गए थे अगर वह चार रन और बना लेते तो उनका औसत 100 का होता।
ब्रैडमैन का फर्स्ट क्लास करियर देखा जाए तो उन्होंने 234 मैचों में 95.14 की औसत से कुल 117 शतक और 69 अर्धशतक जमाए हैं। टेस्ट में उनका बेस्ट स्कोर 334 है तो वहीं फर्स्ट क्लास में ये आंकड़ा 452 का है।ब्रैडमैन की बल्लेबाजी आज भी मिसाल मानी जाती है और यही कारण है कि उन्हे बाद में सर की उपाधि दी गई। उन्हें अब सर डॉन ब्रैडमैन कहा जाता है। ब्रैडमैन की तारीफ पाना बहुत बड़ी बात होती थी और भारत के महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर के हासिल कर चुके थे। सचिन को देख ब्रैडमैन ने कहा था कि भारतीय बल्लेबाज को देखकर उन्हें अपनी याद आती है।