वजन घटाने और फिट रहने के लिए वॉक करना सबसे आसान और असरदार तरीका माना जाता है। हालांकि, कई लोग नियमित रूप से वॉक करने के बावजूद अपने वजन में कोई बदलाव नहीं देख पाते हैं। ऐसा क्यों होता है? आइए इस बात के पीछे के कारणों पर गहराई से नजर डालते हैं।
- कैलोरी काउंट- वजन कम करने के लिए, आपको जितनी कैलोरी बर्न करनी है, उससे ज्यादा कैलोरी लेना वजन कम न होने का सबसे आम कारण है। लोग अपनी कैलोरी काउंट पर ध्यान नहीं देते, जिसके कारण वजन कम नहीं हो पाता है।
- छिपी हुई कैलोरी- कई बार हम ड्रिंक्स, स्नैक्स और प्रोसेस्ड फूड आइटम्स के जरिए एक्स्ट्रा कैलोरी ले लेते हैं, जिन्हें हम काउंट नहीं करते। इस वजह से भी वजन कम नहीं होता।
- पोर्शन साइज- खाने के पोर्शन पर ध्यान देना भी जरूरी होता है। अगर आप बड़े पोर्शन में खाते हैं, तो आप अनजाने में ज्यादा कैलोरीज खा लेते है
- पोषक तत्वों की कमी- यदि आपके शरीर में जरूरी पोषक तत्वों की कमी है, तो आपका मेटाबॉलिज्म धीमा हो सकता है और वजन कम करने में परेशानी हो सकती है।
- अनबैलेंस्ड डाइट- केवल कैलोरी काउंट करना काफी नहीं है। आपको बैलेंस्ड डाइट लेना चाहिए, जिसमें प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और हेल्दी फैट्स का सही प्रोपोर्शन हो।
- नींद की कमी- पूरी नींद न लेने से हार्मोन में असंतुलन हो सकता है, जिससे भूख बढ़ सकती है और वजन बढ़ सकता है।
- तनाव- तनाव के कारण कोर्टिसोल हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है, जिसके कारण वजन बढ़ सकता है।
- दवाएं- कुछ दवाओं के साइड इफेक्ट्स में वजन बढ़ना शामिल हो सकता है।
- जेनेटिक फैक्टर- कुछ लोगों का वजन बढ़ने का खतरा जेनेटिक रूप से ज्यादा होता है।
- कम इंटेंसिटी- वॉकिंग एक अच्छी एक्सरसाइज है, लेकिन वजन कम करने के लिए आपको ज्यादा इंटेंस एक्सरसाइज करने की भी जरूरत हो सकती है।
- टाइम- आप कितनी देर वॉक करते हैं, यह भी जरूरी है। ज्यादा कैलोरी बर्न करने के लिए आपको लंबे समय तक वॉक करना होगा।
वजन स्टेबल रहना- अगर आप वॉकिंग के साथ-साथ मसल बिल्ड भी कर रहे हैं, तो आपका वजन स्टेबल रह सकता है। भले ही आप फैट कम कर रहे हों। मांसपेशियां फैट से ज्यादा डेंस होती हैं। इसलिए आपका वजन कम होने के बावजूद आपका शरीर टोन और मजबूत दिख सकता है।
- थायरॉइड समस्याएं- थायरॉइड ग्लैंड हार्मोन का प्रोडक्शन करती है, जो मेटाबॉलिज्म को कंट्रोल करता है। थायरॉइड की समस्याओं से मेटाबॉलिज्म धीमा हो सकता है और वजन बढ़ सकता है।
- इंसुलिन रेजिस्टेंस- इंसुलिन रेजिस्टेंस एक ऐसी कंडीशन है, जिसमें सेल्स इंसुलिन का इस्तेमाल नहीं कर पाते हैं, जिससे ब्लड शुगर लेवल बढ़ जाता है और वजन बढ़ सकता है।
- बैलेंस्ड डाइट लें
- नियमित रूप से एक्सरसाइज करें
- पूरी नींद लें
- तनाव कम करें
- डॉक्टर से सलाह लें
- डाइटीशियन से सलाह लें