बाहर का खाना, स्पेशली फास्ट फूड अनहेल्दी होता है। इसमें तेल, मिर्च और तरह-तरह के मसाले इस्तेमाल में लाए जाते हैं। इन्हें बनाने में हाइजिन का भी इतना ध्यान नहीं रखा जाता। मगर, यही फूड बच्चों को बड़ा पसंद आता है। ये फॉस्ट फूड बच्चों में पेट के इंफेक्शन की मुख्य वजह बनते हैं। बच्चों को पेट का इंफेक्शन होने पर उन्हें उल्टी व दस्त की समस्या होती है। जब बच्चों को यह समस्या होती है, तब वे कमजोर हो जाते हैं। उनका किसी भी काम में मन नहीं लगता, यहां तक की अपने मनपसंद गेम, पेंटिंग और अन्य दूसरी हॉवी में भी।
अगर, आपको बच्चों को इंफेक्शन से बचाना है तो बाहर के खाने को एवाइड करना ही होगा। साथ ही अपने बच्चों को गंदे हाथों से खाना न खाने व दूषित पानी को न पीने की आदत डलवाएं। इससे भी आप बच्चों को रोग मुक्त बना सकते हैं। लेकिन फिर भी अगर इंफेक्शन हो ही गया है तो डॉक्टर की सलाह लें। पूरी सावधानी बरतें।इंफेक्शन के चलते उल्टी, दस्त लगने से पेट में पानी की कमी हो जाती है। ऐसी स्थिति में बच्चे को नारियल पानी पिलाना चाहिए। इसमें पेट के इंफेक्शन कम करने, डिहाईड्रेशन से बचाने के गुण होते हैं। अगर, सूप की उपलब्धता है सूप पिलाएं।
इस स्थिति में उबली सब्जियां खिलाएं। ताकि उसे पचाने में आसानी जाए। स्वाद के लिए आप बच्चे के खाने में चाट मसाला मिला सकते हैं, यह नुकसान नहीं करता। स्वाद को बढ़ा देते है।
जब पेट खराब रहता है, या किसी अन्य कारण से संक्रमण रहता है तो ऐसी स्थिति में खिचड़ी सबसे अच्छा विकल्प है। यह हल्की होती है, इसे पचाने में ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ती। साथ ही पेट की मांसपेशियों को भी आराम मिलता है। इसके साथ ही आप दही, मठा, छांछ भी बच्चों को पिला कते हैं। दही में मौजूद हेल्दी बैक्टीरिया पेट के लिए काफी फ्रूटफुल हैं।
इन घरेलू उपायों के अलावा आप आराम न मिलने पर डॉक्टरी सलाह जरूर लें। डॉक्टर की बातों को फॉलो करें।