मार्गशीर्ष जा माह में जगत के पालनहार भगवान श्रीकृष्ण की पूजा-अर्चना करने का विधान है। साथ ही दान करना शुभ मानाता है। धार्मिक मान्यता है कि सच्चे मन से उपासना करने से घर में सुख-शांति का वास रहता है। साथ ही परिवार के सदस्यों में वाद-विवाद की समस्या दूर होती है। इस माह में श्रद्धा अनुसार दान करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है।
- मार्गशीर्ष माह को अगहन के नाम से जाना जाता है।
- इस माह में भगवान श्रीकृष्ण की विशेष पूजा होती है।
- इस माह में कई बड़े व्रत और पर्व मनाए जाते हैं।
पंचांग के अनुसार, कार्तिक पूर्णिमा के बाद मार्गशीर्ष का महीना शुरू हो जाता है। ऐसे में मार्गशीर्ष माह की शुरुआत आज यानी 16 नवंबर से हो गई है। इसका समापन 15 दिसंबर को होगा। इस माह में कई त्योहार मनाए जाते हैं। जैसे कि गणाधिप संकष्टी चतुर्थी, कालभैरव जयंती, विवाह पंचमी, गीता जयंती और मोक्षदा एकादशी समेत आदि। जिनका सभी का विशेष महत्व है, तो ऐसे में चलिए मार्गशीर्ष के त्योहार और व्रत की डेट के बारे में जानते हैं।
- 16 नवंबर को वृश्चिक संक्रांति है।
- 18 नवंबर को गणाधिप संकष्टी चतुर्थी मनाई जाएगी।
- 22 नवंबर को कालभैरव जयंती है।
- 23 नवंबर को कालाष्टमी का पर्व मनाया जाएगा।
- 26 नवंबर को मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की उत्पन्ना एकादशी व्रत किया जाएगा।
- 28 नवंबर को प्रदोष व्रत है।
- 29 नवंबर मासिक शिवरात्रि का त्योहार मनाया जाएगा।
- 30 नवंबर को दर्श अमावस्या है।
- 06 दिसंबर को विवाह पंचमी है।
- 07 दिसंबर को चंपा षष्ठी है।
- 08 दिसंबर भानु सप्तमी मनई जाएगी।
- 11 दिसंबर को गीता जयंती और मोक्षदा एकादशी है।
- 12 दिसंबर को मत्स्य द्वादशी है।
- 13 दिसंबर को प्रदोष व्रत व्रत किया जाएगा। इस दिन महादेव की पूजा संध्याकाल में होती है।
- 14 दिसंबर को दत्तात्रेय जयंती मनाई जाएगी।
- 15 दिसंबर को धनु संक्रांति और मार्गशीर्ष पूर्णिमा है।