हर साल 17 नवंबर को नेशनल एपिलेप्सी डे मनाया जाता है। इस दिन इस डिसऑर्डर के बारे में लोगों को जागरूक करने की कोशिश की जाती है। एपिलेप्सी एक न्यूरोलॉजिक डिसऑर्डर है जिसकी वजह से व्यक्ति के रोजमर्रा के जीवन पर काफी दुष्प्रभाव पड़ते हैं। आइए जानें एपिलेप्सी के सामान्य लक्षण और यह क्यों होता है।
- हर साल 17 नवंबर को नेशनल एपिलेप्सी डे मनाया जाता है।
- मिर्गी के दौरों की वजह से व्यक्ति का रोजमर्रा का जीवन भी प्रभावित होता है।
- एपिलेप्सी एक न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर है।
एपिलेप्सी या मिर्गी एक ऐसी न्यूरोलॉजिकल कंडीशन है, जिसमें दिमाग की इलेक्ट्रॉनिक गतिविधियों में अचानक और अस्थायी बदलाव होते हैं। ये बदलाव दौरे का कारण बन सकते हैं, जो शरीर के अलग-अलग हिस्सों को अस्थायी रूप से प्रभावित कर सकते हैं। एपिलेप्सी के बारे में लोगों में जागरुकता की कमी देखने को मिलती है। इसलिए हर साल 17 नवंबर को नेशनल एपिलेप्सी डे मनाया जाता है। इस दिन इस बीमारी के बारे में लोगों को जानकार बनाने की कोशिश की जाती है। साथ ही, इस कंडीशन से पीड़ित लोगों को सपोर्ट करने के लिए भी इस दिन कोशिश की जाती है।
नेशनल एपिलेप्सी डे के मौके पर डॉ. आदित्य गुप्ता (आर्टिमिस हॉस्पिटल, गुरुग्राम के न्यूरोसर्जन और साइबरनाइफ के निदेशक) ने इस बीमारी के कुछ सामान्य लक्षण और इलाज से जुड़ी बातें बताई हैं। आइए जानें।डॉ. गुप्ता ने बताया कि एपिलेप्सी एक कॉमन न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर है, जिसमें दिमाग की असामान्य गतिविधियों के कारण दौरे आने लगते हैं। इसके लक्षण किस तरह का दौरा आता है, उसके मुताबिक बदल सकते हैं, लेकिन आमतौर पर हाथ-पैरों में झटके, जो कुछ समय तक लगातार आते रहते हैं या कुछ समय के लिए सुद-बुद खो देने जैसे लक्षण देखने को मिलते हैं।