सुकमा। प्रदेश के वनाचंलों और ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा के अभाव के कारण अंधविश्वास लोगों पर हावी है। गांवों में लोग किसी भी घटना को अंधविश्वास से जोड़कर विश्लेषण करते हैं। इसके चलते जादू टोना जैसी बातें समाने आती है। गांवों में लोग जादू टोना के शक में हत्या जैस जघन्य अपराध भी कर देते हैं। अभी तीन दिन पहले ही कसडोल में टोनही के संदेह में एक ही परिवार के चार लोगों की कुल्हाड़ी से हत्या की गई थी। इसके बाद ही अब सुकमा में जादू टोना के शक में एक ही परिवार के पांच लोगों को गांववालों ने मौत के घाट उतार दिया। सुकमा में पुत्र के सामने ही गांववालों ने पिता को लाठी डंडे से मारकर दर्दनाक मौत दी।
हत्याकांड की ग्राउंड रिपोर्ट लेने लल्लूराम डॉट कॉम के रिपोर्टर शिवा यादव घटना स्थल पहुंचे। गांव में हत्या के कारण गम का माहौल था। मृतकों के परिजन रो बिलख रहे थे। मामले में पता चला कि घटना से पहले गांववालों ने बैठक की थी। बैठक में उस परिवार के पांच लोग भी शामिल हुए। गांववालों ने उस परिवार पर जादू टोना का आरोप लगाया और अचानक उस परिवार पर हमला कर दिया और दर्दनाक मौत दे दी।
हत्याकांड के बाद गांव में पुलिस ने चारों ओर से नाकाबंदी कर दी है। फॉरसिंक टीम के आने तक घटना स्थल की भी घेराबंदी कर दी गई है। इस क्षेत्र में यह ऐसा पहला मामला है, जहां गांव में एक ही परिवार के 5 लोगों की हत्या कर दी गई। इससे एक पूरा परिवार खत्म हो गया। इसमें एक पुलिस बल का एक प्रधान आरक्षक था, जिसके दो छोटे बच्चे हैं। मृतक के बच्चों से हमने बात की तो बच्चे ने रोते हुए बताया कि गांव वालों ने मेरे पिता को लाठी डंडे से पीटकर मार डाला, हमने कुछ नहीं किया था। बच्चे ने बताया कि मेरी आंखों के समाने गांव के लोगों ने मेरे पिता को मार डाला।
बच्चे ने बताया कि उसके पिता किसी काम से सुकमा गए हुए थे, गांव वालों ने उन्हें गांव बुलाया और जैसे ही वह पहुंचे कुछ लोगों ने उन्हें घेर लिया और लाठी-डंडे से मारपीट करने लगे, इस दौरान वह पास ही में गाय चारा रहा था। बच्चे ने बताया की जिन लोगों ने उसके पिता से मारपीट की है उसने उनका चेहरा देखा है, जिसे वह पहचान सकता है।