वॉक करने से न केवल वजन कम करने में मदद मिलती है बल्कि शरीर को भी ढेरों फायदे मिलते हैं। वॉकिंग के कई प्रकार हैं, और हर प्रकार का अपना अलग महत्व और लाभ होता है। चाहे आप दिल की सेहत सुधारना चाहते हों, मांसपेशियों को मजबूत करना चाहते हों या सिर्फ तनाव कम करना चाहते हों, वॉकिंग के किसी न किसी प्रकार से आपको फायदा जरूर मिलेगा। दरअसल लगातार बैठे रहने से शरीर में स्टिफनेस बढ़ने लगती है। इसके चलते शरीर के अंगों में दर्द और ऐंठन बढ़ जाती है। इससे राहत दिलाने में वॉक हमारी मदद करता है। शरीर को हेल्दी और फिट बनाने के लिए कई तरह के वॉक हमारी मदद कर सकते हैं।
यह सबसे आसान और साधारण तरीका है, जिसमें आप आराम से चलते हैं। नॉर्मल वॉक से वजन कम करने में मदद मिलती है। इससे शरीर में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है। साधारण तरीके से चलने से हमारी फिटनेस बरकरार रहती है।इस तरह के वॉक में करीब 4 से 5 मील प्रति घंटे की तेज गति से चलना होता है। हालांकि दौड़ना नहीं होता है। इस वॉक से तेजी से कैलोरी को बर्न किया जा सकता है। इससे मसल्स भी स्ट्रॉन्ग बनते हैं। ये दिल की सेहत सुधारने के लिए बेस्ट है।
शरीर के पोश्चर को बेहतर बनाए रखने के लिए माउंटेन पोज वॉक कारगर है। इससे टांगों की मांसपेशियों में बढ़ने वाली ऐंठन दूर होती है और बैलेंस बना रहता है।जिम या घर में ट्रेडमिल पर चलने को ट्रेडमिल वॉक कहा जाता है। इससे वजन घटाने में मदद मिलती है। साथ ही दिल की सेहत के लिए भी ये बेस्ट एक्सरसाइज माना जाता है।इस वॉक में नॉर्मल वॉक और पावर वॉक के बीच की गति से चला जाता है। इस तरह की वॉक से कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल में रहता है। हड्डियां भी मजबूत बनती हैं। डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों के लिए भी ये फायदेमंद माना जाता है।
इस तरह की वॉक में आपको दौड़ते हुए चलना होता है। अगर आप रेस वॉक करने की सोच रहे हैं तो इसके नियमित अभ्यास से पहले किसी डॉक्टर से सलाह जरूर लें।इस वॉक को करने से डाइजेशन बेहतर बनता है। इसे कम से कम दिन में 2 से 3 बार जरूर करें तभी फायदा मिलता है। इससे शरीर में स्टेमिना बिल्ड होने लगता है।