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Friday, September 26, 2025

Success Story: कम उम्र में पढ़ाई छोड़ी, संभाला कारोबार और बना डाली 2300 करोड़ की कंपनी – जानें उनकी Success का राज

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कहते हैं कि किसी भी काम को शुरू करने के लिए उम्र मायने नहीं रखती, बल्कि जुनून और हौसला सबसे ज़रूरी होता है। इस बात को सच कर दिखाया है Milky Mist के फाउंडर टी. सतीश कुमार (T. Sathish Kumar) ने। बेहद कम उम्र में स्कूल छोड़कर उन्होंने अपने परिवार के संघर्षरत दूध के कारोबार को संभाला और आज उनकी कंपनी 2300 करोड़ रुपये से ज्यादा टर्नओवर वाली ब्रांड बन चुकी है। अब यह कंपनी IPO लेकर स्टॉक मार्केट में कदम रखने जा रही है।

शुरुआत: मुश्किलों से भरा बचपन और पारिवारिक बिज़नेस

सतीश कुमार की उद्यमिता यात्रा 1980 के दशक से शुरू होती है। उस समय उनके पिता और चाचा एक छोटी पावर लूम यूनिट चलाते थे, लेकिन तीन साल में वह बिज़नेस बंद हो गया। इसके बाद परिवार ने दूध का कारोबार शुरू किया। वे लोकल वेंडरों से दूध खरीदकर उसे ठंडा करके प्रतिदिन करीब 3,000 लीटर दूध बेंगलुरु भेजते थे।

16 साल की उम्र में संभाला कारोबार

साल 1992 में, सिर्फ 16 साल की उम्र में सतीश कुमार ने स्कूल छोड़कर बिज़नेस की बागडोर संभाली। उन्होंने देखा कि बेंगलुरु में उनके ग्राहक दूध खरीदकर उससे पनीर बनाते हैं और होटलों को बेचते हैं। इसी से उन्हें नया आइडिया मिला – क्यों न खुद पनीर बनाया जाए।

इंटरनेट या गाइडेंस न होने के कारण उन्होंने खुद प्रयोग किए। दूध को उबालना, सिरका डालना और टेक्सचर को सही करने तक उन्होंने प्रोसेस को सुधारते रहे। साल 1993 में उन्होंने पहला 10 किलो पनीर बेंगलुरु ले जाकर बेचा। जल्द ही वे प्रतिदिन 50-100 किलो पनीर सप्लाई करने लगे।

सिर्फ पनीर पर फोकस और Milky Mist की शुरुआत

साल 1995 तक सतीश ने लिक्विड दूध सप्लाई बंद कर दी और पूरी तरह पनीर बिज़नेस पर फोकस किया। साल 1997 में उन्होंने चेन्नई, बेंगलुरु और कोयंबटूर जैसे शहरों में रिटेल मार्केट में एंट्री ली।

साल 2010 में उन्होंने अपने ब्रांड Milky Mist को लॉन्च किया और पहला टेलीविजन विज्ञापन किया। इसके बाद कंपनी की ग्रोथ रफ्तार पकड़ने लगी।

120 करोड़ से 2300 करोड़ तक का सफर

साल 2015 में जब कंपनी ज्यादातर मैन्युअल तरीके से काम करती थी, तब टर्नओवर करीब 120 करोड़ रुपये था। लेकिन आधुनिक तकनीक और प्रोडक्ट रेंज बढ़ाने की रणनीति से आज Milky Mist का टर्नओवर 2300 करोड़ रुपये से ज्यादा हो चुका है।

कंपनी का प्रोडक्ट कैटलॉग भी अब काफी बड़ा हो चुका है –

  • पनीर
  • आइसक्रीम
  • बटर
  • दही और फ्रूट योगर्ट
  • चीज़
  • घी
  • डार्क और वेफर चॉकलेट
  • मिल्कशेक
  • रेडी-टू-कुक पिज़्ज़ा और डेसर्ट

IPO की तैयारी: दलाल स्ट्रीट में एंट्री

अब Milky Mist आईपीओ लाने की तैयारी कर रही है। कंपनी 2,035 करोड़ रुपये के IPO के साथ स्टॉक मार्केट में कदम रखेगी।

  • इसमें 1,785 करोड़ रुपये का नया इश्यू और
  • 250 करोड़ रुपये के प्रमोटर्स द्वारा ओएफएस (Offer For Sale) शामिल होगा।

IPO से जुटाई गई राशि का उपयोग कई बड़े कामों के लिए होगा:

  • 750 करोड़ रुपये से कंपनी अपने कर्ज को चुकाएगी।
  • 414.7 करोड़ रुपये का इस्तेमाल दही, क्रीम, चीज़ और मट्ठा उत्पादन क्षमता बढ़ाने में होगा।
  • 129.4 करोड़ रुपये कोल्ड-चेन इंफ्रास्ट्रक्चर पर खर्च होंगे।

निष्कर्ष: असली प्रेरणा की कहानी

सतीश कुमार की यह कहानी साबित करती है कि सही सोच और हिम्मत से कोई भी इंसान बड़ी सफलता हासिल कर सकता है। 16 साल की उम्र में छोड़ी पढ़ाई, दूध का बिज़नेस और सिर्फ पनीर पर फोकस ने उन्हें अरबों रुपये की कंपनी का मालिक बना दिया। आज Milky Mist न सिर्फ भारत की बल्कि दुनिया की जानी-मानी डेयरी ब्रांड बनने की ओर बढ़ रही है।

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