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Monday, January 13, 2025

आर्टिकल-370 देश की एकता में रुकावट बना हुआ था, इसलिए हमने जमीन में गाड़ दिया…,’ लोकसभा में बोले प्रधानमंत्री मोदी

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भारत के संविधान (Constitution) की 75वीं वर्षगांठ पर संसद में ‘संविधान पर चर्चा’ (Discussion on the Constitution) हो रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दूसरे दिन (आज) लोकसभा में हिस्सा लिया. इस दौरान उनके निशाने पर पूरा नेहरू-गाँधी परिवार रहा. पीएम मोदी ने जवाहरलाल नेहरू(Jawaharlal Nehru), इंदिरा गाँधी (Indira Gandhi), राजीव गाँधी (Rajiv Gandhi) और राहुल गाँधी (Rahul Gandhi) पर चुन-चुनकर निशाना साधा. आर्टिकल 370 (Article 370) पर पीएम मोदी (Pm Modi) ने कहा कि, हम विविधता को celebrate करते हैं लेकिन गुलामी की मानसिकता में पले-बढ़े लोग विविधता में विरोधाभास ढूंढते रहे. ऐसे लोग विविधता में ऐसे जहरीले बीज बोने के प्रयास करते रहे जिससे एकता को चोट पहुंचे. आर्टिकल 370 देश की एकता में रुकावट बना हुआ था, इसलिए धारा 370 को हमने जमीन में गाड़ दिया. देश की एकता हमारी प्राथमिकता है.

पीएम मोदी ने कहा कि, ‘जो परंपरा नेहरू जी ने शुरू की, जिसको इंदिरा जी ने आगे बढ़ाया, राजीव गांधी ने संविधान को एक और गंभीर झटका दे दिया. समानता के भाव को चोट पहुंचाई. भारत की महिला को न्याय देने का काम संविधान की मर्यादा के आधार पर सुप्रीम कोर्ट ने दिया था लेकिन राजीव गांधी ने वोटबैंक की खातिर संविधान की भावना को बलि चढ़ा दिया और कट्टरपंथियों के आगे सिर झुका दिया था.

पीएम ने कहा कि इतिहास में पहली बार संविधान को ऐसी गहरी चोट पहुंचाई गई, इन्होंने तो प्रधानमंत्री के ऊपर एक गैर संवैधानिक नेशनल एडवाइजरी काउंसिल बैठा दिया. इन्होंने इसे पीएमओ के ऊपर बैठा दिया. इतना ही नहीं और एक पीढ़ी आगे चले तो उसने भारत के संविधान के तहत देश की जनता सरकार चुनती है.सरकार का मुखिया कैबिनेट बनाता है. संविधान का अपमान करने वाले लोगों ने कैमरे के सामने कैबिनेट के फैसले को फाड़ दिया. एक अहंकारी व्यक्ति कैबिनेट के फैसले को फाड़ दे और कैबिनेट अपने फैसले को बदल दें, ये कौन की व्यवस्था थी.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने संविधान के साथ छेड़छाड़ की और अपनी मनमानी करने के लिए संविधान के मूल भाव को दरकिनार किया. उन्होंने बताया कि संविधान सभा में जो काम नहीं करवा पाए, उसे बाद में पीछे से किया गया. पीएम मोदी ने कहा कि पंडित नेहरू ने मुख्यमंत्रियों को चिट्ठी लिखी थी कि अगर संविधान हमारे रास्ते में आए तो हर हाल में उसमें परिवर्तन करना चाहिए. उन्होंने 1951 की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि उस समय एक पाप किया गया, जब राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने चेतावनी दी थी कि यह गलत हो रहा है. स्पीकर ने भी कहा था कि यह गलत कर रहे हो. पीएम मोदी ने कहा कि यह घटना बताती है कि कांग्रेस ने किस तरह संविधान की मर्यादाओं का उल्लंघन किया.

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