पड़ोसी देश बांग्लादेश ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) से अपनी कमजोर अर्थव्यवस्था को संभालने के लिए वित्तीय सहायता में 762 मिलियन अमेरिकी डॉलर की बढ़ोतरी का अनुरोध किया है। इस बढ़ोतरी के बाद बांग्लादेश को विभिन्न योजनाओं के तहत कुल लगभग 4.1 अरब डॉलर की सहायता मिलने की संभावना है। पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, आईएमएफ स्टाफ और बांग्लादेशी अधिकारियों ने विस्तारित ऋण सुविधा (ईसीएफ), विस्तारित निधि सुविधा (ईएफएफ) और लचीलापन और स्थिरता सुविधा (आरएसएफ) के तहत संयुक्त तीसरी और चौथी समीक्षा पूरी करने के लिए जरूरी नीतियों पर कर्मचारी-स्तरीय समझौता किया है।
अब इस समझौते को आईएमएफ के कार्यकारी बोर्ड की मंजूरी मिलनी बाकी है। आईएमएफ ने बताया कि यह मंजूरी टैक्स सुधारों और विनिमय दर उदारीकरण जैसी पहलों पर निर्भर करेगी। आईएमएफ के मिशन प्रमुख क्रिस पापागोर्गियो ने बताया कि अधिकारियों ने बांग्लादेश के लिए एसडीआर (विशेष आहरण अधिकार) 567.2 मिलियन (लगभग 762 मिलियन डॉलर) की सहायता बढ़ाने का अनुरोध किया है।
इस वृद्धि के बाद ईसीएफ और ईएफएफ के तहत कुल वित्तीय सहायता एसडीआर 3,035.65 मिलियन (लगभग 4.1 अरब डॉलर) हो जाएगी, जबकि आरएसएफ के तहत लगभग 1.3 अरब डॉलर की सहायता मिलेगी। संयुक्त तीसरी और चौथी समीक्षा पूरी होने पर कुल एसडीआर 983.8 मिलियन (लगभग 1.3 अरब डॉलर) जारी किए जाएंगे, जिसमें ईसीएफ और ईएफएफ के तहत एसडीआर 650.5 मिलियन (लगभग 874 मिलियन डॉलर) और आरएसएफ के तहत एसडीआर 333.3 मिलियन (लगभग 448 मिलियन डॉलर) शामिल हैं।
आईएमएफ ने यह भी बताया कि बांग्लादेश में सामाजिक अशांति के कारण वित्त वर्ष 2025 की पहली छमाही में वास्तविक जीडीपी वृद्धि साल-दर-साल 3.3% तक धीमी हो गई है। हालांकि, दूसरी छमाही में वृद्धि फिर से तेज होने की उम्मीद है और पूरे वित्त वर्ष के लिए 3.8% की वृद्धि अनुमानित है। साथ ही, बांग्लादेश बैंक की स्वतंत्रता और प्रशासन को मजबूत करने के लिए संस्थागत सुधार जरूरी हैं ताकि दीर्घकालिक आर्थिक स्थिरता और वित्तीय सुधारों को सफलतापूर्वक लागू किया जा सके।